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केंद्रीय कृषि मंत्री बोले- औषधीय खेती को बढ़ावा देने की जरूरत

नई दिल्लीः केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि औषधीय खेती को बढ़ावा देने की जरूरत है। तोमर ने बुधवार को एकीकृत बागवानी विकास मिशन (एमआईडीएच) की सामान्य परिषद की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि देश में खाद्यान्न और बागवानी क्षेत्र में हुई प्रगति प्रशंसनीय है लेकिन वर्तमान परिस्थितियों के मद्देनजर इन क्षेत्रों में तेजी से विकास के लिए कम समय में छलांग लगाने की जरूरत है।

तोमर ने औषधीय खेती को बढ़ावा देने पर जोर देते हुए कहा कि इसके लिए जागरुकता लाई जाए, क्षेत्रों को चिह्नित किया जाए और किसानों को प्रशिक्षण दिए जाएं, ताकि उनकी आमदनी काफी बढ़ सकेगी। इसी तरह, जैविक खेती का विस्तार भी संभव है, जिसके लिए प्रशिक्षण आदि की व्यवस्था सरकार कर रही है, जिसमें सभी का सहयोग जरूरी है। सरकार द्वारा 10 हजार नए एफपीओ बनाने का काम किया जा रहा है, जिससे किसानों को लाभ होगा ।

तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर देश में खेती-किसानी के क्षेत्र में नई कार्यशैली विकसित हुई है। इससे किसानों में उत्साह का माहौल है। हमारा खाद्यान्न भंडार इतना समृद्ध है कि जहां घरेलू जरूरतों को पूरा करने के साथ ही दुनिया को भी पूर्ति की जा रही है, वहीं कोरोना महामारी के दौरान सरकार द्वारा 80 करोड़ लोगों को 19 महीने तक मुफ्त खाद्यान्न दिया जाना देश और कृषि क्षेत्र की बड़ी ताकत को दर्शाता है।

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उल्लेखनीय है कि इस बैठक में केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री नारायण राणे, ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री गिरिराज सिंह, संस्कृति, पर्यटन एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री जी. किशन रेड्डी, कार्मिक, जनशिकायत व पेंशन तथा परमाणु ऊर्जा व अंतरिक्ष मंत्री जितेंद्र सिंह, कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी, नीति आयोग के सदस्य डॉ. रमेश चंद, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉ. त्रिलोचन महापात्र और अशासकीय सदस्य भी उपस्थित थे।

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