भोपाल: मध्यप्रदेश में शराबबंदी और नशाबंदी के लिए अभियान की शुरुआत करने वाली पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने अब भाजपा संगठन का दरवाजा खटखटाया है। उमा भारती ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को पत्र लिखा है। इस पत्र के माध्यम से उन्होंने गुजरात की तरह मध्य प्रदेश में भी शराबबंदी पर विचार करने की बात कही है।
उमा भारती ने इस संबंध में ट्वीट कर प्रदेश अध्यक्ष को लिखा पत्र साझा किया है। उमा भारती ने ट्वीट कर लिखा कि ‘आज का बी-6, श्यामला हिल्स, भोपाल में नशाबंदी अभियान का प्रारंभ सफल रहा। हमने 200 महिलाओं को बुलाया था किंतु 500 की संख्या में महिलाएं उपस्थित हो गईं। हम बिल्कुल सुविचारित रणनीति से चल रहे हैं। मैं आज कार्यक्रम में नहीं आईं क्योंकि यह कार्यक्रम राजनीतिक छाया से दूर रहना चाहिए। जो प्रस्ताव पारित हुए हैं उनका पहला लक्ष्य होगा कि निषिद्ध और नियम विरुद्ध स्थानों पर सरकार पहले रोक लगावे तथा उन स्थानों को चिह्नित करने का काम विधायक लोग भी कर सकते हैं। उमा भारती ने यह भी कहा कि यदि मध्य प्रदेश में महिलाओं को सम्मान एवं सुरक्षा के साथ जीने का अवसर देना है, तो शराबखोरों, नशाखोरों पर कड़ाई से नियंत्रण करना होगा। इस संबंध में मैंने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा को एक पत्र लिखा है जिसकी कॉपी आपको भेज रही हूं। महिला दिवस पर आज मेरा विश्वास है कि हम मध्य प्रदेश को शराबमुक्त नशामुक्त कर सकते हैं।
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गुजरात और बिहार में शराबबंदी का दिया उदाहरण
उमा भारती ने प्रदेश अध्यक्ष को लिखे अपने पत्र में गुजरात और बिहार में शराबबंदी का उदाहरण देते हुए कहा है कि इन दोनों प्रदेशों में लंबे समय से हमारी समर्थित सरकारें रही हैं। दोनों राज्यों की तुलना कर हम नशाबंदी, शराबबंदी को लेकर योजना बना सकते हैं। शराबबंदी से होने वाले राजस्व की हानि के विकल्प के लिए एक कमेटी बनाई जाए। इसके साथ ही प्रदेश में शराब और नशा छोड़ने के लिए जनजागरण अभियान चलाया जाए। वर्जित स्थानों पर शराब की दुकानों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाए। शराब पीकर लोगों के बीच घूमने वालों पर जुर्माने का प्रावधान किया जाए। शराब के अहाते होना शर्मनाक है। इन्हें तत्काल बंद कर देना चाहिए।