नक्सल प्रभावित केंद्रों से किसानों ने बनाई दूरी, अभी तक शुरू नहीं हो सकी धान खरीद

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धमतरी: समर्थन मूल्य पर शुरू हुए धान खरीद के एक सप्ताह में जिले के 94 केन्द्रों में पौने दो लाख क्विंटल से अधिक धान की खरीद हो गई है। वहीं मिलरों के पंजीयन होने के बाद केन्द्रों से धान का उठाव भी होने लगा है। पहले दिन 180 क्विंटल का उठाव हुआ है। उठाव में तेजी आने की संभावना है। वहीं नक्सल प्रभावित दो धान खरीदी केन्द्रों में अभी तक बोहनी नहीं हुआ है, यहां धान बेचने किसानों के आने का इंतजार है।

खरीफ धान फसल की कटाई-मिंजाई में तेजी आने के बाद खरीदी केन्द्रों में बिक्री के लिए तेजी से धान पहुंचने लगा है। किसान टोकन कटाकर धान बेच रहे हैं। जिला नोडल अधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार एक नवंबर से सात नवंबर तक जिले में कुल 6944 किसान अपना धान बेच चुके हैं। इन किसानों से जिले के 94 खरीद केन्द्रों में कुल एक लाख 88914 क्विंटल धान की खरीद समर्थन मूल्य पर की गई है। खरीदे गए धान की कुल कीमत 38 करोड़ 82 लाख 5000 रुपये है। वहीं कर्जदार किसानों ने खरीद केन्द्रों में अब तक 11 करोड़ 35 लाख रुपये के लिकिंग खरीद समितियों के माध्यम से किया गया है।

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उठाव में तेजी आने की संभावना –

खरीद केन्द्रों में धान की मात्रा बढ़ने के साथ अब उठाव शुरू होने लगा है। सात नवंबर को धमतरी जिले के कुछ केन्द्रों से 180 क्विंटल धान का उठाव हुआ है। डीएमओ सीआर जोशी ने बताया कि खरीद केन्द्रों से धान का उठाव शुरू हो चुका है। राईसमिलरों के पंजीयन होने के बाद जल्द ही उठाव में तेजी आने की संभावना है। इधर उठाव के लिए डीएमओ कार्यालय से आरो काटना शुरू हो चुका है।

उल्लेखनीय है कि जिले के नक्सल संवेदनशील धान खरीद केन्द्र घुटकेल व रिसगांव में अभी तक समर्थन मूल्य में धान खरीद की शुरूआत नहीं हुई है। यहां के अधिकारी-कर्मचारियों व समितियों को बिक्री के लिए धान आने का इंतजार है। बताया जा रहा है कि इस समिति अंतर्गत आने वाले गांवों के किसान अभी तक कटाई-मिंजाई नहीं किए है, इससे धान की आवक शुरू नहीं हो पाया है। जल्द ही धान की आवक शुरू होने की संभावना है। कलेक्टर पीएस एल्मा ने कहा कि जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीद शांतिपूर्ण ढंग से की जा रही है। कहीं कोई शिकायत नहीं है। धान बेचने के लिए किसानों को कोई दिक्कत न हो इसलिए समितियों को बेहतर व्यवस्था बनाने निर्देशित किया गया है।

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