लखीमपुर खीरीः घाघरा नदी पार कर खेत जा रहे ग्रामीणों की नाव तेज बहाव में बह गई। पांच किलोमीटर दूर जाकर नाव एक टापू में फंस गई। इसमें सवार लोगों के टापू में देखे जाने पर प्रशासन ने उन्हें सकुशल लाने के लिए शासन से हेलीकॉप्टर की मांग की है। वहीं घाघरा नदी में नाव पलटने से बहे मिर्जापुर वासियों को रेस्क्यू कर टीम बाहर निकाल ही रही थी कि तभी जनपद में एक और नाव दुर्घटना हो गयी। यह घटना धौरहरा तहसील क्षेत्र में हुई है जहां नाव पलटने से 18 लोग लापता हो गये। घटना की सूचना पाकर जिला व पुलिस प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचकर राहत बचाव कार्य में जुट गई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद लखीमपुर खीरी में घाघरा नदी में नाव पलटने से लोगों के डूबने की दुर्घटना का संज्ञान लिया है। उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचकर बचाव एवं राहत कार्य संचालित करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा प्रबन्धन की टीम की मदद लेते हुए तेजी से बचाव व राहत कार्य किये जाए। उन्होंने अधिकारियों को दुर्घटना के प्रभावितों को हर सम्भव मदद प्रदान करने के भी निर्देश दिये हैं।
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मिली जानकारी के अनुसार मिर्जापुर गांव के रहने वाले सुन्दर, बृजमोहन, अशोक, ढोंढे, दीपू, देवेन्द्र, राजेन्द्र, कृपा दयाल मुरारी और राजू समेत कई अन्य लोग बुधवार सुबह नाव में बैठकर नदी पारकर अपनी खेत की ओर जा रहे थे। पानी के तेज बहाव में नाव बह गई। बहते-बहते वह पांच किलोमीटर दूर एक टापू में जा फंसी। नाव में सवार लोग टापू में देखे गए हैं। घटना की जानकारी जिलाधिकारी, एसपी समेत तमाम प्रशासिनक व पुलिस के अधिकारी मौजूद है। एनडीआरएफ की टीम ग्रामीणों को सकुशल वापस लाने की जुगत में है। जिलाधिकारी ने टापू में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर लाने के लिए शासन से हेलीकाप्टर की मांग की है। वहीं, घटना को देखते हुए जिला व प्रशासन के अधिकारी मौजूद हैं। एनडीआरएफ की ओर से राहत और बचाव कार्य जारी है। प्रशासन के मुताबिक, रामिया बेहड़ के ग्राम पंचायत अधेयपुर गांव बुलरिया में 18 लोग नाव में बैठकर नदी पारकर करके खेत की ओर जा रहे थे। तभी तेज बहाव के चलते उनकी नाव बह गई और उसमें सवार सभी लोग लापता हो गये हैं।
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