नई दिल्ली: ट्विटर के सीईओ जैक डोरसे ने गुरुवार को मौजूदा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर लगाए गए प्रतिबंध का बचाव करते हुए कहा कि यह ऑनलाइन भाषण के कारण ऑफलाइन नुकसान से बचाने के लिए सही कदम था। बता दें कि ट्विटर ने पिछले हफ्ते हिंसा को और भड़काने के जोखिम का हवाला देते हुए ट्रंप को अपने मंच से स्थायी रूप से प्रतिबंधित कर दिया था। ट्रंप ने अपने समर्थकों की एक भीड़ को संबोधित किया था, जिसने अमेरिकी कैपिटल पर हमला करके जो बाइडेन की बतौर राष्ट्रपति जीत की पुष्टि करने की प्रक्रिया में बाधा डाली थी।
डोरसे ने अपने एक ट्वीट में कहा कि मैं एट द रेट रियल डोनाल्ड ट्रंप पर ट्विटर के प्रतिबंध लगाने पर जश्न नहीं मना रहा हूं और ना गर्व महसूस कर रहा हूं। एक स्पष्ट चेतावनी देने के बाद हम यह कार्रवाई करेंगे, हमने एक बेहतर जानकारी के साथ उस चीज पर निर्णय लिया जो ट्विटर पर और बाहर दोनों ही जगह शारीरिक सुरक्षा के लिए खतरा है।”
उन्होंने स्वस्थ बातचीत को बढ़ावा देने की ट्विटर की विफलता को दोषी ठहराया और स्वीकार किया कि ट्विटर को हमारी नीतियों और उन्हें लागू करने की विसंगतियों को गंभीरता से देखने की जरूरत है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि ट्विटर जैसी सेवा इंटरनेट पर बड़ी सार्वजनिक बातचीत का एक छोटा सा हिस्सा है। यदि लोग हमारे नियमों और प्रवर्तन से सहमत नहीं हैं, तो वे इंटरनेट की दूसरी सेवाओं पर जा सकते हैं।” ट्विटर के अनुसार, वॉशिंगटन डीसी में हुई हिंसा और इसके प्रयासों के बाद उसने 70 हजार से ज्यादा अकाउंट को निलंबित कर दिया है। ये अकाउंट बड़े पैमाने पर हानिकारक सामग्री साझा कर रहे थे।
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ट्विटर के सीईओ ने इसके बाद बिटक्वॉइन के बारे में बात की, जो एक क्रिप्टोक्यूरेंसी है और नए रिकॉर्ड तोड़ने के लिए तैयार है। इसे लेकर उन्होंने कहा कि बिटक्वॉइन को लेकर बहुत अधिक जुनून का कारण मोटे तौर पर उस मॉडल के कारण है जो यह प्रदर्शित करता है कि यह एक मूलभूत इंटरनेट टेक्नॉलॉजी है जो किसी एक व्यक्ति या इकाई द्वारा नियंत्रित या प्रभावित नहीं होती है।”