बंदरों के आतंक से परेशान लोगों ने अधिकारियों को सुनाई खरी-खोटी, एक्शन में आया विभाग

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फतेहाबाद: फतेहाबाद शहर में बंदरों के आंतक से परेशान लोगों ने बुधवार को नगर परिषद कार्यालय पहुंचकर अधिकारियों को जमकर खरी-खोटी सुनाई। इन लोगों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से शहर में दर्जनभर लोगों को बंदर काट चुके हैं लेकिन नगरपरिषद अधिकारी कुंभकर्णी नींद सोये हुए हैं। एक तरफ जहां फतेहाबाद में अधिकारी इस समस्या को लेकर सुस्त बैठे हैं वहीं जिले के ही भूना में नगरपालिका द्वारा बंदरों की धरपकड़ तेज कर दी गई है। भूना शहर से बंदरों को पकड़कर कलेसर के जंगल में छोड़ा गया है।

फतेहाबाद नगर परिषद में लोगों का हंगामा चल ही रहा था कि इसी बीच एक पार्षद के पास सूचना पहुंची कि बंदरों ने जगजीवनपुरा में एक महिला पर हमला कर दिया है। नगर परिषद के अधिकारियों ने जब लोगों को वन्य प्राणी विभाग से मिलने को कहा तो लोगों का गुस्सा भड़क गया। नगर परिषद प्रधान व अधिकारियों ने जल्द ही टेंडर लगाकर बंदर पकड़ने का आश्वासन दिया।

नगर परिषद कार्यालय पहुंचे लोगों ने बताया कि शहर के जग जीवनपुरा, मॉडल टाऊन, चौधरी कॉलोनी, सूर्या एनक्लेव सहित कई इलाकों में बंदरों के झुंड घूम रहे हैं। 300 के करीब बंदर शहर में आतंक मचाये हुए हैं। रोजाना बंदरों के काटने की घटनाएं सामने आ रही हैं, लेकिन प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा। जुलाई में नगर परिषद की पहली मीटिंग में यह मुद्दा पास हुआ था, लेकिन कई माह बीत जाने के बाद भी अभी तक नगर परिषद इस पर कार्रवाई नहीं कर सका। पार्षद मोहन लाल नारंग, संजीव गेरा, संजय मेहता ने कहा कि नगर परिषद प्रोसीजर ढंग से अपना नहीं रही, न ही वन्य विभाग से परमिशन मांगी गई। अब जाकर नगर परिषद गुरुग्राम से परमिशन के लिए फाइल भेज रही है, जिसके बाद टेंडर लगेगा और फिर बंदर पकड़े जाएंगे।

उधर, छोटे से कस्बे भूना में इस मामले को कड़ाई से संज्ञान लेते हुए बंदरों को पकड़ा जा रहा है और जिला स्तर पर हालात खराब है, लोग घरों में बैठ नहीं पा रहे और न ही बच्चे कहीं खेल सकते। रेहड़ी पर सामान लेते लोगों के हाथों से बंदर सामान खींच लेते हैं।

भूना शहर हुआ बंदर मुक्त, 795 बंदर पकड़े

एक तरफ जहां फतेहाबाद में प्रशासन बंदरों की समस्या को गंभीरता से नहीं ले रहा, वहीं जिले के छोटे से कस्बे भूना में नगरपालिका ने फतेहाबाद नगर परिषद को आईना दिखाने का काम किया है। भूना नगरपालिका चेयरपर्सन अर्पणा पसरीजा ने बताया कि गौवंश के साथ-साथ भूना को बंदरों से लगभग मुक्त कर दिया है। अब तक 795 बंदर पकड़कर यमुनानगर के पास कलेसर वन में छोड़ा जा चुका है। अभी 50-60 बंदर बचे हैं, उन्हें भी जल्द पकड़ लिया जाएगा।

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