रायगढ़ः तिहरे हत्याकांड का पुलिस ने किया सनसनीखेज खुलासा, चार गिरफ्तार

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रायगढ़ः छत्तीसगढ़ के रायपुर में गुरुवार को हुई तिहरे हत्याकंड (triple murder) का खुलासा करते हुए पुलिस ने दो महिलाओं सहित चार आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। एक ही परिवार के तीन लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई। बता दें कि छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के आदिवासी इलाके में एक ही परिवार के तीन लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई। आरोपियों ने धारदार हथियार से हमला कर किया और पत्थर से कुचलकर मार डाला। तीनों कुछ दिन पहले महुआ बीनने के लिए घर से निकले थे और जंगल में ही झोपड़ी बनाकर रह रहे थे।

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एसपी मीना के निर्देशों पर घटनास्थल का सूक्ष्मता से जांच कर रहे एफएसएल टीम एवं थाना प्रभारी कापू द्वारा विस्तृत मुआयना किया गया। जहां खून के काफी छिंटे पत्तों व जमीन पर होते मृतकों के बाजू वाला झाला जिसमें चाल्हा उरांवपारा में रहने वाला फूलसाय अगरिया जो मृतकों का नाते रिस्तेदार है अपने परिवारवालों के साथ रहकर महुआ बीनने का कार्य करते थे। जांच की टीम पहुंची प्रारंभिक पूछताछ में फूलसाय और उसकी पत्नी टुनी बाई से पृथक-पृथक पूछताछ की गई। उनके द्वारा गोल मोल जवाब देने पर संदेह होने पर पुलिस की एक टीम उनके मूल गांव चाल्हा पहुंचे। जहां फूलसाय का बेटा विकेश अगरिया और विकेश की पत्नी कौशल्या अगरिया मिले। दोनों पति-पत्नी से कड़ाई से पूछताछ करने पर घटना का वृतांत व सच सामने आ गया।

आरोपित विकेश अगरिया पुलिस को दिये अपने मेमोरेंडम बयान में बताया कि पिछले 5-6 साल से धवईडांड के फांदापाली जंगल में अपने मामा सुखसाय के खेत के पास महुआ बिनते आ रहे हैं। बगल में मामा अमृतलाल अगरिया (मृतक) का खेत लगा हुआ है। वहां अमृतलाल अगरिया अपनी मां दुहनीबाई तथा कु. अमृता बाई के साथ इस साल झाला लगाकर रुके हुए थे। सुखसाय जो अमृतलाल का बड़ा साला है। बुधवार 30 मार्च को रात करीब 6-7 बजे अपने पिता फुलसाय मां टुनी बाई और पत्नी कौशल्या के साथ झाला में बैठकर खाना सब्जी बना रहे थे। उसी समय नानी दुहनीबाई उसकी नतनी अमृता को लेकर झाला में घूमने आई। वहीं दोनों में विवाद हो गया।

विवेक गुस्से में आकर पास रखें टांगी के पासा (टांगी के पीछे का हिस्सा) से नानी दुहनीबाई के सिर में 3-4 बार मारा और उसकी नतनी अमृता बाई को भी टांगी के पास 4-5 बार मारा। दोनों वहीं मर गए, जिसके बाद पिताजी फुलसाय के साथ अमृतलाल अगरिया के झाला में गया। जहां अमृतलाल अगरिया महुआ पीकर लेटा था। सोते हालत में उसे टांगी के पासा से 3-4 बार मारा पिताजी फुलसाय लकड़ी के डंडे से अमृतलाल के छाती में मारा जिससे तत्काल उसकी मृत्यु हो गई। उसके तुरंत बाद अपने पिताजी मां और पत्नी के साथ मिलकर अमृतलाल, दुहनीबाई, अमृता के शव को उनके झाला के बाहर ले जाकर लेटा दिए और अमृता के सिर पर वही चूल्हा के पास पड़े पत्थर रख दिए और सब वापस झाला आ गए।

मां टुनी बाई और पत्नी कौशल्या हमारे खून लगा कपड़ा और खून लगा चटाई को चूल्हा में जला दिए तथा टांगी को बोर के पास कीचड़ छुपा कर रख दिया था। पुलिस टीम द्वारा घटनास्थल से महत्वपूर्ण भौतिक साक्ष्य एवं आरोपितों से घटना में प्रयुक्त हथियान की जब्ती की गई है। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त टांगी, डंडा और पत्थर बरामद कर लिया है। गिरफ्तार आरोपित में विकेश अगरिया पिता फुलसाय 21 वर्ष ,फुलसाय अगरिया पिता जगर साय 50 वर्ष ,टुनी बाई अगरिया 46 वर्ष,कौशल्या अगरिया पति विकेश उम्र 19 वर्ष सभी ग्राम चाल्हा थाना कापू जिला रायगढ़ शामिल है।

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