भुवनेश्वर: ओडिशा के मयूरभंज जिले में एक आदिवासी महिला ने कथित तौर पर अपनी नौ महीने की बेटी को महज 800 रुपये में बेच दिया। पुलिस ने मंगलवार को कहा कि महिला ने बच्ची को एक निःसंतान दंपति को बेच दिया। मां की पहचान करामी मुर्मू के रूप में की गई है। महिला आदिवासी बहुल मयूरभंज जिले के खूंटा पुलिस सीमा के तहत महुलिया गांव की मूल निवासी है।
पुलिस के अनुसार, करामी मुर्मू ने एक माह पहले अपनी बेटी लिसा को बिप्रचरणपुर गांव के फुलमनी एम. और अकील टुडू को बेच दिया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, करामी ने अपने पति मुशू मुर्मू की जानकारी के बिना बच्ची को बेच दिया था। महिला का पति तमिलनाडु में काम करता है और काम के सिलसिले में ज्यादातर घर से बाहर रहता है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि दंपति की दो बेटियां थीं, जिनमें से एक को महज 800 रुपये में बेच दिया गया था। हाल ही में जब मुशू तमिलनाडु से घर वापस आया तो उसे अपनी छोटी बेटी नहीं मिली। उसने परेशान होकर खूंटा थाने में गुमशुदगी की प्राथमिकी दर्ज करायी।
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जांच के दौरान, करामी ने कबूल किया कि उसने अपनी बच्ची को एक जोड़े को बेच दिया था। पत्रकारों से बात करते हुए करामी ने कहा कि उसने बच्ची को 800 रुपये में बेच दिया क्योंकि उसे उसका भरण-पोषण करना मुश्किल हो रहा था। बच्ची को खरीदने वाले दंपत्ति का कहना है कि उन्होंने बच्ची इसलिए खरीदी क्योंकि उनके कोई संतान नहीं है। खूंटा पुलिस ने इस मामले में चार लोगों, बच्ची को खरीदने वाले दंपत्ति करामी और सौदा कराने वाले बिचौलिए माही मुर्मू को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधिकारी ने कहा, लड़की को बचा लिया गया और बाल कल्याण समिति, बारीपदा की उपस्थिति में उसकी दादी को सौंप दिया गया।
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