जम्मूः रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने मंगलवार को जम्मू के अखनूर इलाके में 108 फुट ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज फहराया और एक हेरिटेज संग्रहालय का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की जम्मू-कश्मीर और दिल्ली के लोगों के दिलों के बीच की दूरी को पाटने के प्रयासों के लिए सराहना की। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार दिल्ली और कश्मीर के साथ समान व्यवहार करती है।
दिल की दूरी खत्म कर रही सरकारः Rajnath Singh
जम्मू के अखनूर सेक्टर में टांडा आर्टिलरी ब्रिगेड में नौवें सशस्त्र बल वेटरन्स डे रैली को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “हम आज अखनूर में वेटरन्स डे मना रहे हैं। यह हम सभी के लिए एक बड़ा दिन है। अतीत में (पिछली सरकारों द्वारा) कश्मीर के साथ अलग व्यवहार किया गया, जिसके परिणामस्वरूप क्षेत्र के हमारे भाई-बहन दिल्ली से उस तरह से नहीं जुड़ पाए, जैसा उन्हें जुड़ना चाहिए था।” उन्होंने कहा कि हमारी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि हम कश्मीर और देश के बाकी हिस्सों के बीच ‘दिल की दूरी’ को पाटने का काम कर रहे हैं। रक्षा मंत्री ने कहा कि अखनूर में वेटरन्स डे समारोह यह साबित करता है कि अखनूर का हमारे दिलों में उतना ही स्थान है, जितना दिल्ली का है।
याद किया भारत-पाक का युद्ध
1965 के भारत-पाक युद्ध को याद करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि 1965 में अखनूर में भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध लड़ा गया था। पाकिस्तानी सेना के प्रयासों को विफल करने में भारत सफल रहा था। इतिहास में लड़े गए सभी युद्धों में भारत ने हमेशा पाकिस्तान को हराया है। पाकिस्तान की चुनौतियों पर उन्होंने कहा कि पाकिस्तान 1965 से ही घुसपैठ और आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है। हमारे मुस्लिम भाइयों ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ते हुए अपने प्राणों की आहुति दी है। आज भी भारत में प्रवेश करने वाले 80 प्रतिशत से अधिक आतंकवादी पाकिस्तान से होते हैं। रक्षा मंत्री ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को इस बात के लिए बधाई देता हूं कि उन्होंने इस खाई को थोड़ा पाटने के लिए सही कदम उठाए हैं।
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रक्षा मंत्री ने भारत के खिलाफ टिप्पणी के लिए पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर के प्रधानमंत्री चौधरी अनवारुल हक की आलोचना की और कहा कि पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर पाकिस्तान के लिए एक विदेशी क्षेत्र से ज्यादा कुछ नहीं है। पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर की जमीन का इस्तेमाल आतंकवाद का कारोबार चलाने के लिए किया जा रहा है। इस जमीन पर आतंकी प्रशिक्षण शिविर चलाए जा रहे हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चेतावनी दी कि पाकिस्तान को इन्हें नष्ट करना होगा अन्यथा परिणाम भुगतने होंगे।
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