यमुनानगर : हरियाणा में पिछले महीने हुई बेमौसम बारिश और तेज हवाओं के के बाद कुछ इलाकों में गेहूं की तैयार फसल (wheat crop) खराब हो गयी। बावजूद इसके गेहूं की अच्छी फसल होने के किसानों के चेहरे खिल गये हैं। कृषि विभाग ने इस बार जिले में गेहूं की बिजाई के लिए 90 हजार हेक्टेयर रकबे का लक्ष्य रखा था। जबकि इस बार क्षेत्रफल अधिक था। इसके बावजूद किसान की मेहनत रंग लाई और गेहूं की अच्छी पैदावार हुई।
वहीं यमुनानगर के जगाधरी की अनाज मंडी में अपनी फसल लेकर पहुंचे किसान तरलोचन सिंह, अमित कुमार व रामेश्वर सिंह ने बताया कि पिछले साल की तुलना में इस बार गेहूं अधिक उगा (wheat crop) है। इस बार 20 से 23 क्विंटल प्रति एकड़ गेहूं की झाड़ निकल रही है। किसानों का कहना है कि मार्च के महीने में बेमौसम बारिश और तेज हवाओं ने फसल को जरूर नुकसान पहुंचाया है, लेकिन इतना नहीं और फसल काली होने से भी बच गई है.
जगाधरी जिला कृषि विभाग के अधिकारी राकेश पोरिया का कहना है कि इस बार गेहूं का नुकसान कम हुआ है। इसके अलावा फसल में बहुत कम रोग लगते हैं। जिससे बंपर पैदावार हुई है। यह किसानों के लिए बेहद खुशी और राहत की बात है।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)