लखनऊः ललितपुर (lalitpur) जिले में ककरावल जलप्रपात के आसपास पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाने और देशी-विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए अवस्थापना सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। इसके लिए करीब 03 करोड़ रुपये का प्रस्ताव शासन को मंजूरी के लिए भेजा गया है। शासन से मंजूरी मिलते ही बुनियादी सुविधाओं के विकास का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
झरना देखने आते हैं टूरिस्ट
यह जानकारी आज यहां प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने कहा कि ललितपुर जिले में पर्यटन की दृष्टि से कई महत्वपूर्ण स्थान हैं। जिसमें ककरवाल झरना भी शामिल है। बरसात के मौसम में इस झरने के चारों ओर एक मनोरम दृश्य बनता है। इस फॉल के चारों ओर हरियाली के साथ खूबसूरत प्राकृतिक स्थान हैं। इस झरने को देखने के लिए पर्यटक दूर-दूर से आते रहते हैं। पर्यटकों की संख्या बढ़ाने और उन्हें आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए जलप्रपात स्थल से लगभग एक किलोमीटर की दूरी पर बुनियादी सुविधाएं बनाने का निर्णय लिया गया है।
स्थानीय लोगों को मिलेगा रोजगार
जयवीर सिंह ने कहा कि पर्यटन विभाग का इको टूरिज्म पर विशेष फोकस है। इसे ध्यान में रखते हुए ललितपुर में झरने के पास पर्यटक सुविधाएं विकसित करने का निर्णय लिया गया है। झरने के पास बुनियादी ढांचे के विकास से पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी। इससे स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा। उन्होंने कहा कि पर्यटन क्षेत्र में असीमित संभावनाएं हैं। इसलिए राज्य सरकार पर्यटन क्षेत्र के विकास पर विशेष ध्यान दे रही है। उन्होंने कहा कि हर जिले में बेहतर परिवहन सुविधाएं उपलब्ध हैं। इसके साथ ही कानून व्यवस्था में सुधार किया गया है।
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पर्यटन मंत्री ने कहा कि पर्यटन विभाग ककरावल जलप्रपात से करीब एक किलोमीटर की दूरी पर डेढ़ एकड़ में बुनियादी सुविधाएं विकसित करेगा। इसमें कार पार्किंग, गज़ेबो, कैफेटेरिया, बाउंड्री वॉल, वॉच टावर, बेंच, साइनेज के अलावा शौचालय का निर्माण किया जाएगा। विभाग की कोशिश है कि जब पर्यटक यहां आएं तो उन्हें पार्क करने के लिए जगह मिल सके। पर्यटकों को कोई असुविधा न हो इसका खास ध्यान रखा जा रहा है।
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