नई दिल्ली: ड्रग रेगुलेटर के विशेषज्ञ पैनल की महत्वपूर्ण बैठक सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, भारत बायोटेक और फाइजर द्वारा मांगी गई कोरोनो वायरस वैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल पर मंजूरी देने को लेकर चल रही है।
सीरम, जो ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित ‘कोविशिल्ड’ वैक्सीन बना रहा है, और भारत बायोटेक, जिसने ‘कोवैक्सीन’ बनाने के लिए आईसीएमआर के साथ सहयोग किया था, ने 30 दिसंबर को सेंट्रल ड्रग स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑगेर्नाइजेशन की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी के समक्ष अपना डेटा प्रस्तुत किया था। अमेरिका की फाइजर ने अपना डेटा पेश करने के लिए और समय मांगा था।
बुधवार को बैठक के बाद, विशेषज्ञ पैनल ने कहा था कि वे सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक द्वारा प्रस्तुत अतिरिक्त डेटा और जानकारी का विश्लेषण कर रहे हैं। अगली बैठक 1 जनवरी को निर्धारित की गई थी। केंद्र सरकार ने पहले चरण में लगभग 30 करोड़ लोगों का टीकाकरण करने की योजना बनाई है।
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ड्राई रन की तैयारी शुरू
साथ ही 2 जनवरी से देश के हर राज्य में कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन किया जाएगा। इसकी तैयारियों को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन की अगुवाई में एक बैठक चल रही है। इससे पहले पंजाब, असम, गुजरात और आंध्र प्रदेश में ड्राई रन किया गया था, जिसके रिजल्ट काफी सकारात्मक आए थे। स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देशों के अनुसार, ड्राई रन में राज्यों को अपने दो शहरों को चिन्हित करना होगा। इन दो शहरों में वैक्सीन के शहर में पहुंचने, अस्पताल तक जाने, लोगों को बुलाने, फिर डोज देने की पूरी प्रक्रिया का पालन इस तरह किया जाएगा, जैसे वैक्सीनेशन हो रहा हो