Friday, March 28, 2025
spot_img
spot_img
spot_imgspot_imgspot_imgspot_img
Homeआस्थाभक्तों पर अनुकम्पा बरसाने के लिए मां ने धारण किया सिद्धिदात्री स्वरूप,...

भक्तों पर अनुकम्पा बरसाने के लिए मां ने धारण किया सिद्धिदात्री स्वरूप, इस मंत्र का करें जप

नई दिल्लीः शारदीय नवरात्र के नौवें दिन मां दुर्गा के नवम् स्वरूप माता सिद्धिदात्री की पूजा का विधान है। लेकिन, इस बार चतुर्थी के क्षय के कारण नवरात्र के आठवें दिन गुरुवार को माता सिद्धिदात्री की पूजा होगी। सातवें दिन बुधवार को मां महागौरी की पूजा अर्चना की गयी। नवरात्र के अंतिम दिन सभी सिद्धियों की प्राप्ति होती है। दुर्गा मईया जगत के कल्याण के लिए नौ रूपों में प्रकट हुई और इन रूपों में अंतिम रूप है देवी सिद्धिदात्री का। देवी प्रसन्न होने पर सम्पूर्ण जगत की रिद्धि सिद्धि अपने भक्तों को प्रदान करती हैं।

देवी सिद्धिदात्री का स्वरूप
देवी सिद्धिदात्री का रूप अत्यंत सौम्य है। देवी की चार भुजाएं हैं दायीं भुजा में माता ने चक्र और गदा धारण किया है। उनके बांयी भुजा में शंख और कमल का फूल है। मां सिद्धिदात्री कमल आसन पर विराजमान रहती हैं। मां की सवारी सिंह हैं। देवी ने सिद्धिदात्री का यह रूप भक्तों पर अनुकम्पा बरसाने के लिए धारण किया है। देवता, ऋषि-मुनि, असुर, नाग, मनुष्य सभी मां के भक्त हैं। देवी की भक्ति जो भी हृदय से करता है मां उसी पर अपना स्नेह लुटाती हैं। पुराण के अनुसार भगवान शिव ने इन्हीं की कृपा से सिद्धियों को प्राप्त किया था तथा इन्ही के द्वारा भगवान शिव को अर्धनारीश्वर रूप प्राप्त हुआ। अणिमा, महिमा, गरिमा, लघिमा, प्राप्ति, प्राकाम्य, ईशित्व और वशित्व ये आठ सिद्धियां हैं जिनका मार्कण्डेय पुराण में उल्लेख किया गया है।

यह भी पढ़ें-ताइवान में का तांडव, 14 लोगों की मौत, दर्जनों झुलसे

मां सिद्धिदात्री का मंत्र
या देवी सर्वभूतेषु मां सिद्धिदात्री रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर  पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें…)

सम्बंधित खबरें
- Advertisment -spot_imgspot_img

सम्बंधित खबरें