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TMC सांसद नुसरत जहां पर 28 करोड़ की धोखाधड़ी का आरोप, अभिनेत्री ने किया ये बड़ा दावा

Nusrat Jahan कोलकाताः TMC सांसद और बंगाली अभिनेत्री नुसरत जहां (Nusrat Jahan) पर 28 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का गंभीर आरोप लगा है। रिपोर्ट की माने तो उत्तरी 24 परगना के न्यू टाउन में आवासीय फ्लैट दिलाने के नाम पर कुल 429 लोगों से ठगी की गई है। नुसरत जहां की कथित तौर पर गरियाहाट इलाके में एक संस्था है, जिसके वह निदेशकों में से एक हैं। इस फर्जीवाड़े में संस्था का नाम भी घसीटा गया है। पीड़ितों का आरोप है कि नुसरत जहां की कंपनी ने आवासीय मकान दिलाने के नाम पर उनसे 5 लाख 55 हजार रुपये लिए. पैसे लेते वक्त उनसे कहा गया था कि उन्हें 2018 में 3 बीएचके फ्लैट दिया जाएगा।

नुसरत जहां ने की बड़ा दावा

वहीं अभिनेत्री से नेता बनीं और तृणमूल कांग्रेस की लोकसभा सदस्य नुसरत जहां (Nusrat Jahan) ने बुधवार को दावा किया कि उन्होंने उस कंपनी से इस्तीफा दे दिया है जिसने मार्च 2017 में कथित तौर पर लोगों को धोखा दिया था। नुसरत जहां ने यहां मीडियाकर्मियों से कहा, “जिस कंपनी का नाम सामने आया है उसका नाम है सेवन सेंसेज इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड। मैं आप सभी को स्पष्ट रूप से बताना चाहता हूं कि मैंने मार्च 2017 में कंपनी से इस्तीफा दे दिया था। ये भी पढ़ें..सपा नेता शिवपाल यादव बोले-विपक्षी गठबंधन ‘I.N.D.I.A’ के पास PM चेहरे की कमी नहीं इस कंपनी के खिलाफ प्रदेश बीजेपी नेताओं ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से शिकायत की थी कि इसने फ्लैट देने के नाम पर कई लोगों से 6-6 लाख रुपये लिए हैं. लेकिन, आज तक एक भी व्यक्ति को आवासीय फ्लैट नहीं मिल सका है। आरोप है कि इस पैसे का इस्तेमाल तृणमूल कांग्रेस की लोकसभा सदस्य नुसरत जहां समेत कंपनी के निदेशकों ने अपने फ्लैट खरीदने के लिए किया था। आरोप को खारिज करते हुए जहां ने बुधवार को कहा कि उन्होंने इस कंपनी से करीब 1.16 करोड़ रुपये का कर्ज लिया था।

दावा 1.40 करोड़ रुपये से ज्यादा चुका दिया

उन्होंने कहा, ''मैंने मार्च 2017 में ही ब्याज समेत 1.40 करोड़ रुपये से ज्यादा चुका दिया है। मेरे पास सभी प्रासंगिक बैंक विवरण हैं। हालाँकि, यदि आप मुझसे वे दस्तावेज़ माँगते हैं, तो मैं कहूंगा कि जिस तरह मुझे आपके बैंक स्टेटमेंट की जाँच करने का अधिकार नहीं है, उसी तरह आपको मेरा बैंक स्टेटमेंट देखने का अधिकार नहीं है। अगर आप इसकी जांच करना चाहते हैं तो आपको इसे अदालत से लेना होगा क्योंकि यह मामला अदालत में विचाराधीन है।” उन्होंने यह भी कहा कि मामला अदालत में लंबित है और कानून को अपना काम करने दीजिए। उन्होंने कहा, ''मैं यहां कोई स्पष्टीकरण देने नहीं आया हूं। मैं यहां सच बताने आया हूं।” (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)