Thursday, January 9, 2025
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Tirupati stampede incident: पीएम मोदी सहित कई नेताओं ने जताया दुख, जानिये क्या है वैकुंठ द्वार दर्शन

Tirupati stampede incident: आंध्र प्रदेश के प्रसिद्ध तिरुपति मंदिर में कल शाम मची भगदड़ में छह लोगों की मौत हो गई, जबकि 40 घायल श्रद्धालुओं का तिरुपति के श्री वेंकटेश्वर रामनारायण रुइया सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है। यह घटना तिरुमाला श्रीवारी वैकुंठ द्वार टिकट काउंटर के पास विष्णु निवासम के पास दर्शन टोकन बांटने के दौरान हुई। ये सभी बुधवार शाम को 10 जनवरी से 19 जनवरी तक वैकुंठ एकादशी के अवसर पर खुलने वाले “तिरुमाला वैकुंठ द्वार” के दर्शन के लिए टोकन लेने के लिए लाइन में खड़े थे और अचानक भगदड़ मच गई।

Tirupati stampede incident: पीएम मोदी ने जताया दुख

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय के एक्स पोस्ट में लिखा, ‘आंध्र प्रदेश के तिरुपति में मची भगदड़ से मैं दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। आंध्र प्रदेश सरकार प्रभावित लोगों को हर संभव मदद मुहैया करा रही है।’ हादसे पर लगातार नजर रख रहे आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने गहरा दुख जताया है। वे आज सुबह करीब 11:30 बजे पीड़ित परिवार के सदस्यों से मिलेंगे।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने घटना पर दुख जताया और भगदड़ में जान गंवाने वालों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हुए उन्होंने इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया- ‘तिरुपति मंदिर में भगदड़ की दुर्भाग्यपूर्ण घटना से दुखी हूं। मृतकों के परिजनों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना।’

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क्या है वैकुंठ द्वार दर्शन का महत्व

विश्व प्रसिद्ध तिरुपति मंदिर के गर्भगृह के बगल में वैकुंठ द्वार है, जो साल में सिर्फ एक बार वैकुंठ एकादशी के शुभ अवसर पर खुलता है। इस शुभ दिन पर भक्त वैकुंठ द्वार के अंदर आकर भगवान का विशेष आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। इसके साथ ही वे भगवान वेंकटेश्वर की परिक्रमा भी करते हैं। मान्यता है कि वैकुंठ द्वार के दर्शन सौभाग्य से प्राप्त होते हैं। मान्यता है कि यह दुर्लभ अवसर भक्तों को जन्म-मरण के चक्र से मुक्ति दिलाता है। हर साल बड़ी संख्या में भक्त इन दस दिनों में मोक्ष की कामना के साथ भगवान वेंकटेश्वर का आशीर्वाद लेते हैं। इस बार वैकुंठ एकादशी का पर्व 10 जनवरी को है और इसी दिन दर्शन के लिए द्वार खोले जाएंगे। वैकुंठ के द्वार 19 जनवरी तक खुले रहेंगे।

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