बस स्टेशनों पर जांच की व्यवस्था चुस्त, यात्री बेपरवाह

27

लखनऊः कोविड संक्रमित मरीजों का आंकड़ा कम होने के बाद से लाॅकडाउन के बावजूद राजधानी की सड़कों पर फिर से भीड़ बढ़नी शुरू हो गयी है। कोरोना की पहली लहर के बाद आई दूसरी लहर में भी लोगों की बेपरवाही भारी पड़ी, जिसके चलते ही कोरोना संक्रमितों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ। संक्रमितों का आंकड़ा कम होने के बाद अब उसी प्रकार की लापरवाही एक बार फिर से होने लगी है। लोग कोविड गाइडलाइंस का पालन न कर अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं। बस अड्डों और बसों के भीतर कोविड नियमों का यात्री कितना पालन कर रहे हैं और बस स्टेशन परिसर में यात्रियों की जांच की क्या व्यवस्था है ? राजधानी के चारबाग और कैसरबाग बस स्टेशन पर जब इसकी पड़ताल की गयी तोे बस स्टेशन पर व्यवस्थाएं चुस्त पायी गयीं, जबकि बस स्टेशन परिसर और बस के भीतर यात्री बिना मास्क लगाए दिखे। ऐसे यात्रियों से जब मास्क न लगाने की वजह पूछी गयी तो कुछ बताने से कतराने लगे तो कुछ ने मास्क लगाने से उलझन होने की बात कही। हालांकि यात्रियों को शायद यह नहीं पता कि उनकी यही उलझन किसी के लिए बड़ी परेशानी का सबब बन सकती है।

ऑटोमैटिक मशीन से हो रही जांच
कैसरबाग बस स्टेशन पर यात्रियों को परिसर में प्रवेश करते ही सबसे पहले उसकी थर्मल स्क्रीनिंग की जाती है। अगर किसी यात्री का टेंपरेचर अधिक है तो उसे 10 मिनट तक मुंह धुलवाकर आराम की सलाह दी जाती है। इसके बाद भी तापमान सही नहीं हुआ, तो मौके पर एंबुलेंस बुलाकर अस्पताल के लिए भेज दिया जाता है। वहीं ऑटोमैटिक सैनिटाइजर मशीन से यात्रियों के हाथों को सैनिटाइज किया जाता है। जब यात्री बस में सवार होने जाते हैं, तो परिचालक भी यात्रियों को मास्क लगाने के लिए प्रेरित करते हैं। इसके अलावा बस स्टेशन परिसर में बस की प्रतीक्षा में बिना मास्क लगाए बैठे यात्रियों की जांच पड़ताल के लिए एक टीम भी बनायी गयी है। यह टीम यात्रियों को मास्क लगाने के प्रति आगाह करती है और न मानने पर जुर्माना भी वसूला जाता है।

यह भी पढ़ेंःकोरोना के खिलाफ जंग में मदद के लिए 2000 ऑक्सीजन कन्संट्रेटर…

बगैर मास्क बस में एंट्री नहीं
परिचालक हरिराम ने बताया कि बगैर मास्क बस में एंट्री करने वाले यात्रियों को मास्क लगाने के लिए जागरूक किया जाता है। इसके बाद भी जो यात्री मास्क नहीं लगाते, उन्हें बस से नीचे उतार देने की धमकी दी जाती है ताकि वे मास्क लगा लें। वहीं चारबाग बस स्टेशन परिसर की बात की जाए तो कई यात्री बिना मास्क लगाए टहलते मिले। चारबाग बस अड्डे पर ही बस में सवार एक महिला से जब मास्क न लगाने की वजह पूछी गयी तो उस महिला ने जवाब दिया कि पान खाए हुए हैं, थूकना था, इसलिए मास्क उतार दिया है।