ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के बाहर कई दिनों से प्रदर्शन कर अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे किसानों ने स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार का मुद्दा भी उठाया था। किसानों ने ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी को 100 नामों की सूची सौंपी थी, जिसमें ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने मंगलवार को बड़ी पहल करते हुए तीन युवाओं को रोजगार देकर शुरुआत की है।
साथ ही प्राधिकरण ने निर्णय लिया है कि इन युवाओं को हुनरमंद बनाने के लिए प्राधिकरण उन्हें प्रशिक्षण दिलाने पर भी काम करेगा। मिली जानकारी के मुताबिक खोड़ाना कलां के अनुज भाटी ने चार साल पहले बीटेक किया था। रोजगार के लिए लगातार प्रयासरत थे। नौकरी नहीं मिलने से परेशान था। अब प्राधिकरण की मदद से अनुज भाटी को ग्रेटर नोएडा में इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पाद बनाने वाली एक नामी कंपनी में नौकरी मिल गई है। दरअसल, ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने अपने अधीन आने वाले 124 गांवों के बेरोजगार युवाओं को प्रशिक्षण विशेषज्ञों से ट्रेनिंग दिलाकर रोजगार दिलाने की मुहिम शुरू की है। पिछले दिनों किसान प्रतिनिधियों ने प्राधिकरण के समक्ष ग्रामीण बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिलाने का मुद्दा उठाया था। किसान प्रतिनिधियों द्वारा स्थानीय बेरोजगार युवाओं की एक सूची भी सौंपी गई।
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इस मांग पर प्राधिकरण ने पहल करते हुए युवाओं को रोजगार देना शुरू कर दिया है। प्राधिकरण ने खोदना कलां के अनुज भाटी और निशांत तथा खोदना खुर्द के रविंदर कुमार को ग्रेटर नोएडा की प्रतिष्ठित कंपनियों में नियुक्त किया है। अनुज भाटी बीटेक हैं और रविंदर कुमार और निशांत आईटीआई प्रशिक्षित हैं। तीनों ने रोजगार मिलने पर खुशी जताई है और प्राधिकरण के प्रति आभार व्यक्त किया है। वहीं, ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने इन 124 गांवों के बेरोजगार युवाओं को हुनरमंद बनाकर रोजगार दिलाने का जिम्मा भी उठाया है।
किसान प्रतिनिधियों से प्राप्त सूची के आधार पर प्राधिकरण इन युवाओं को प्रशिक्षण देने का प्रयास कर रहा है। एचएडीएफसी बैंक की मदद से इन युवाओं को प्रशिक्षण देकर रोजगार दिलाने का प्रयास किया जा रहा है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार का कहना है कि प्राधिकरण ग्रेटर नोएडा के 124 गांवों के बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिलाने का प्रयास कर रहा है। अभी तीन युवाओं को रोजगार देकर इसकी शुरुआत की गई है। आने वाले दिनों में और अधिक युवाओं को प्रशिक्षित कर रोजगार दिलाने का प्रयास किया जाएगा।
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