हिसार : पुलिस की अपराध शाखा ने नकली नोट (fake notes) मामले में रविवार को तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों से दो लाख 38 हजार रुपये, ए-4 साइज की 50, 100, 200 और 500 रुपए की प्रिंटेड 446 शीट बरामद किए गए हैं। पुलिस ने दो आरोपियों को शिमला से और एक को कैथल से गिरफ्तार किया है।
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आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली टीम में सीआईए प्रभारी निरीक्षक प्रहलाद राय के अलावा एएसआई महाबीर, एएसआई सुभाष, ईएसआई निजामुद्दीन, एचसी जितेंद्र व सिपाही सोहन लाल शामिल हैं। अपराध शाखा प्रभारी निरीक्षक प्रहलाद सिंह ने रविवार को बताया कि पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह के निर्देशानुसार हर मामले में उसकी आखरी कड़ी तक जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों राजगुरू मार्केट से दो लाख 56 हजार 100 रुपये के नकली करंसी (fake notes) मामले में कार्रवाई करते हुए यूपी के गौतमबुद्ध नगर के दादरी निवासी पवन, दिल्ली के बुराड़ी स्थित शास्त्री पार्क निवासी विकास पटेल और हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला के मुडखर तलेली निवासी नवनीत उर्फ नवी को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि पुलिस टीम ने नकली नोट (fake notes) मामले में पानीपत के समालखा निवासी अभय को गिरफ्तार कर पुलिस रिमांड पर लिया गया था। रिमांड के दौरान पुलिस टीम ने अभय की निशानदेही पर संजोली, माल रोड, शिमला से मुडखर, तलेली, जिला मंडी, हिमाचल प्रदेश निवासी नवनीत उर्फ नवी और शास्त्री पार्क, बुराड़ी दिल्ली निवासी विकास कुमार पटेल को गिरफ्तार किया।
शाॅर्टकट में पैसे कमाना चाहता था नवनीत –
सीआईए प्रभारी ने बताया कि आरोपी नवनीत उर्फ नवी बीए एलएलबी पास है और मंडी अदालत में वकालत की प्रैक्टिस करता था जो उसने करीब दो महीने पहले बंद कर दी थी। आरोपी पर कर्जा है जो इसने अपना कर्जा उतारने के लिए मोबाइल पर आसान व कम समय में पैसा कमाने के तरीके ढूंढता रहता था। सीआईए प्रभारी के अनुसार योजना के तहत नवनीत उर्फ नवी और विकास कुमार पटेल ने 30 हजार रुपये के नकली नोट तैयार किये तथा विकास ने किसी को झांसा देकर दस हजार रुपये दे दिये। एक अन्य आरोपी पवन गौतमबुद्ध नगर में पवन नागर के नाम से खुद का क्लीनिक चलाता है।
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