कड़ाके की सर्दी से अभी नहीं मिलेगी राहत, तीन दिन तक मौसम में बदलाव की उम्मीद नहीं

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लखनऊः बीते तीन दिनों राजधानी लखनऊ समेत पूरे उत्तर प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। मकर संक्रान्ति के बाद भी गलन कम होने का नाम नहीं ले रही है। इधर तीन दिनों से तो पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी से ऐसी गलन बढ़ी कि लोगों के हाथ पैर सुन्न हो रहे हैं और अधिकतम तापमान सामान्य से आठ डिग्री सेल्सियस नीचे गिर गया। दिन के समय सूरज तो निकला पर लोगों को इससे भी कोई राहत नहीं मिल रही है। मौसम विभाग का कहना है कि अभी तीन दिनों तक ऐसा ही मौसम बना रहेगा।

चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डाॅ. एसएन सुनील पाण्डेय ने बताया कि पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी के साथ ही हिमालय के पास नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से मैदानी क्षेत्र में शीतलहर के साथ गलन बढ़ गई है। पश्चिमी हिमालय के आसपास नया पश्चिमी विक्षोभ आया है, जो तेजी से अपना असर दिखा रहा है। बर्फीली हवाएं मैदानी इलाकों में ठंडक बढ़ा रही हैं। तीन दिन बाद आसमान पर बादलों की आवाजाही शुरू हो सकती है, फलस्वरूप रात का तापमान मामूली बढ़ सकता है, लेकिन दिन में तापमान और घटेगा। इसके अलावा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित हुआ है, जिसके कारण हवा में नमी की मात्रा बढ़ रही है। डाॅ. पांडेय के मुताबिक अगले 24 घंटों के दौरान पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान के कुछ हिस्सों के साथ ही कानपुर मंडल समेत उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ में घना कोहरा हो सकता है।

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मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि दिन का तापमान अभी और घटेगा और रात का भी तापमान सामान्य से नीचे चल रहा है। सोमवार को अधिकतम तापमान 11.6 और न्यूनतम तापमान 4.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 87 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 76 फीसदी रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पूर्वी रही जिनकी रफ्तार तीन किमी प्रति घंटा रही। इसके साथ ही किसानों को सूचित किया है कि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग से प्राप्त मौसम पूर्वानुमान के अनुसार आगामी तीन दिनों के मध्य मध्यम से घने कोहरे छाए रहने के साथ ही दिन एवं रात्रि के मौसम में कड़ाके की ठण्ड पड़ने एवं ठण्डी हवायें चलने के आसार है। ऐसे में किसान गेहूं, सरसों, आलू एवं सब्जियों आदि फसलों में सिंचाई का कार्य दिन के समय करें। साथ ही ठण्ड से बचाव के लिए अलाव जलाये, गर्म कपड़े पहने तथा आवश्यक कार्य पड़ने पर ही घर से बाहर निकले।

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