Film Emergency : कंगना रनौत (Kangana Ranaut) की फिल्म ‘इमरजेंसी’ (Emergency) रिलीज होने के पहले से ही विवादों से घिर गई, लेकिन अब आखिरकार फिल्म ‘इमरजेंसी’ को हरी झंडी मिल गई है। वहीं सेंसर बोर्ड ने गुरुवार को बॉम्बे हाई कोर्ट को बताया कि, उसने फिल्म की टीम को कुछ सीन काटने का निर्देश दिया है। इसके लिए याचिकाकर्ता ने कुछ समय मांगा है। हालांकि, अब ये फिल्म कब रिलीज होगी इसकी जानकारी सामने नहीं आई है।
30 सितंबर को होगी अगली सुनवाई
दरअसल, जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने सेंसर बोर्ड के खिलाफ एक याचिका बॉम्बे हाई कोर्ट में दाखिल की थी। इस याचिका में कहा गया है कि, सेंसर बोर्ड गैरकानूनी और मनमाने तरीके से फिल्म को सर्टिफिकेट नहीं दे रहा है। इस पर 19 सितंबर को हाई कोर्ट ने बोर्ड को 25 सितंबर तक फिल्म की रिलीज पर फैसला लेने को कहा था। कोर्ट ने कहा था कि, फिल्म को प्रमाणित करने में समय लेना अभिव्यक्ति की आजादी का उल्लंघन है। इस पर सेंसर बोर्ड ने कोर्ट को बताया कि, बोर्ड की तरफ से फिल्म निर्माता को कुछ सीन काटने का निर्देश दिया है। इस पर ज़ी एंटरटेनमेंट के वकील ने सेंसर बोर्ड के निर्देशों का पालन करने के लिए समय मांगा।
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Film Emergency : फिल्म पर सिख समुदाय को ठेस पहुंचाने के आरोप
उल्लेखनीय है कि, कंगना रनौत (Kangana Ranaut) की यह फिल्म 6 सितंबर को रिलीज होने वाली थी, लेकिन 4 सितंबर को हाई कोर्ट ने कहा था कि, वह मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के एक आदेश की वजह से सेंसर बोर्ड को फिल्म को सर्टिफिकेट देने का आदेश नहीं दे सकता। कुछ सिख समूहों की आपत्ति के बाद कंगना रनौत और उनके सह-निर्माताओं को शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति ने कानूनी नोटिस भेजा था, जिसमें कहा गया था कि फिल्म ‘इमरजेंसी’ सिख इतिहास को गलत तरीके से प्रस्तुत करती है।