विजेताओं के सम्मान के साथ मेले का समापन, श्रद्धालुओं ने सरोवर में लगाई आस्था की डुबकी

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अजमेर: ’मेला क्षेत्र में बाजारों, घाटों, मंदिरों में श्रद्धालुओं का रेला ही रेला नजर आ रहा था। लोगों की आस्था का केन्द्र पवित्र सरोवर में मंगलवार को कार्तिक मास की पूर्णिमा का महास्नान अलसुबह ही शुरू हो गया। वहीं चंद्रग्रहण का शुद्धि स्नान शाम को किया गया। लाखों लोगों ने चंद्रग्रहण के बावजूद पुष्कर पहुंच कर सरोवर में आस्था की डुबकी लगाई और चंद्रग्रहण पश्चात पट खुलने पर जगतपिता ब्रह्मा मंदिर में दर्शन कर पूजा अर्चना की।

इसी के साथ गत पांच दिनों से चल रहा कार्तिक पंचतीर्थ स्नान (पुष्कर धार्मिक मेला) संपन्न हो गया। जिला प्रशासन की ओर से मेले में आयोजित विभिन्न विकास प्रदर्शनी और प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पारितोषिक वितरण के साथ मेले का औपचारिक समापन कर दिया गया। महास्नान के लिए श्रद्घालुओं का रैला सोमवार की दोपहर बाद से उमडऩे लगा। देर शाम तक हजारों धर्मप्रेमी बंधु पुष्कर पहुंच गए तथा इनके आने का सिलसिला लगातार बना रहा। ब्रह्म सरोवर में महास्नान मंगलवार की जल्द सुबह ब्रह्मड्ढ मुहूर्त के बीच शुरू हो गया।

ग्रहणकाल में स्नान को लेकर असंमजस –

ग्रहण का सूतक मंगलवार को अल सुबह 5.53 बजे शुरू हुआ तथा शाम 6.19 बजे ग्रहण का शुद्धिकरण हुआ। शास्त्रों में सूतक से ग्रहण के शुद्ध होने तक सभी धार्मिक कार्य व देव दर्शन निषेध माने जाने के कारण ऐसे में ग्रहण के सूतक काल में सरोवर में स्नान को लेकर असमंजस रहा। लोगों ने महास्नान सुबह ग्रहण का सूतक लगने से पहले एवं शाम को ग्रहण के शुद्धि स्नान के साथ ही महास्नान किया । दिन में चंद्रग्रहण के चलते महास्नान को लेकर श्रद्धालुओं में असमंजस की स्थिति बनी रही।

दिन में रहे मंदिरों के पट बंद –

चंद्रग्रहण के कारण मंगलवार को दिनभर ब्रह्मा मंदिर, सावित्री मंदिर, रमा वैकुंठ मंदिर समेत सभी मंदिरों के पट बंद रहे। ग्रहणकाल के दौरान सरोवर में स्नान की कोई पाबंदी नहीं रही, लेकिन तीर्थ पुरोहितों ने श्रद्धालुओं को न तो पूजा कराई और ना हीं किसी प्रकार का दान लिया।

ड्राई फ्रूट से हुआ ब्रह्माजी का श्रृंगार –

कार्तिक मास की पवित्र ब्रह्म चतुर्दशी के उपलक्ष्य में जगत पिता ब्रह्मा जी का पहली बार ड्राई फ्रूट से श्रृंगार किया गया तथा पूरे मंदिर परिसर को देश-विदेश से मंगवायें गए 21 हजार किलों रंग-बिरंगे फूल-मालाओं से सजाया गया। ब्रह्म चतुर्दशी के उपलक्ष्य में सुबह पुजारी लक्ष्मीनिवास व कृष्णगोपाल वशिष्ठ के आचार्यत्व में ब्रह्मा मंदिर में ब्रह्मा जी का वेदिक मंत्रोचारण के बीच अभिषेक किया गया।

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समापन समारोह आयोजित –

मेला मजिस्ट्रेट सुखराम पिण्डेल ने बताया कि श्री पुष्कर मेला 2022 का समापन समारोह मंगलवार को मेला मैदान में आयोजित हुआ। इसका मुख्य आकर्षण मुख्यमंत्री नवाचार निधि योजना के अंतर्गत तैयार जेल बैण्ड आकेस्ट्रा आशाएं रहा। जेल अधीक्षक सुमन मालीवाल के नवाचार के रूप में इसे तैयार किया गया है। इसकी मधुर लहरियों ने सभी का मन मोह लिया। इसी प्रकार ऊंट परेड एवं कला जत्था का भी आयोजन किया गया। ऊष्ट्र श्रृंगारक अशोक टांक, बीकानेर के अनिल बोड़ा के दल की सफेद आंगी गैर, सोहन भाट के दल का कच्छी घोड़ी, कल्याण नाथ के दल का कालबेलिया नृत्य, उम्मेदाराम बाड़मेर के दल की लाल आंगी गैर, श्याम मेरासी जोधपुर का ढ़ोल वादन, गोपालराम चुरू के दल के दल द्वारा चंग बांसुरी के साथ समूह नृत्य तथा पप्पूराम के दल का रावण हत्था वादन प्रस्तुत किया गया। लोक गीतों गौरी गजबण तथा रूण-झुण बाजे के समुच्चय पर 172 बालिकाओं ने लोक नृत्य की प्रस्तुति दी।

समापन समारोह के कार्यक्रम में आयोजित बोरी दौड़ में सुमन गुर्जर प्रथम, पूजा कुमावत द्वितीय तथा शाहीन तृतीय रही। चम्मच दौड़ में सुमन और प्रियंका प्रथम, रेश्मा खान द्वितीय एवं अमेरिका की निकोल्स ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। मटका दौड़ में ममता सबसे पहले लक्ष्य तक पहुंची। इसके पश्चात सीमा और पूजा ने दौड़ पूरी की। रस्सा कस्सी की प्रतियोगिता में देशी और विदेशीें महिला तथा पुरुष वर्ग मुकाबला हुआ। दोनों वर्गाे में देशी प्रतिभागी विजेता रहे। फोटोग्राफी प्रतियोगिता में प्रजेश दत्ता ने प्रथम, कुलदीप सोनीवाल ने द्वितीय तथा रोबिन रावत ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। सेल्फी प्रतियोगिता में शिवा राजवंशी प्रथम, शेलेन्द्र कुमार द्वितीय तथा रजत कांती धवन तृतीय स्थान रहे। इसमें निर्णयक दीपक शर्मा एवं उमेश गोगना थे।

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