लखनऊः प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड में वांछित शूटर विजय चैधरी उर्फ उस्मान सोमवार को मुठभेड़ में मारा गया। इसके बाद उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था प्रशांत कुमार का बयान आया है। एडीजी ने प्रेसवार्ता में कहा कि उमेश पाल हत्याकांड मामले को लेकर सोमवार को प्रयागराज पुलिस को एक और सफलता मिली। शूटआउट में शामिल उस्मान को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है। उस पर 50 हजार रुपये का ईनाम था।
उन्होंने बताया कि प्रयागराज की घटना के बाद कई वीडियो सार्वजनिक हुए है, जिसमें यह स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि उसने हमारे पुलिसकर्मियों को मार डाला। उत्तर प्रदेश पुलिस स्पष्ट कर देना चाहती है इस हत्याकांड में जो भी व्यक्ति शामिल रहा है उन पर कार्रवाई होगी। हत्याकांड के दोषियों को किसी भी हाल में छोड़ा नहीं जाएगा और न ही उनकी मदद करने वालों को बख्शा जाएगा। प्रशांत कुमार ने बताया कि इस मामले से जुड़े लोगों की अवैध रूप से निर्मित संपत्तियों को धवस्त किया जा रहा है। प्रयागराज विकास प्राधिकरण इसमें शामिल लोगों के घरों में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की है। अपराधियों को पकड़कर अदालत में पेश करने के लिए यूपी पुलिस कटिबद्ध है।
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वहीं, उस्मान की पत्नी सुहानी ने फर्जी मुठभेड़ में उसके पति की हत्या करने का आरोप पुलिस पर लगाया है। कहा कि पुलिस ने बिल्कुल गलत किया है। लोगों की हिफाजत के लिए कानून बनाया गया है, इसलिए नहीं बनाया गया है कि किसी को जान से मार दिया जाए। विदित है कि बसपा के तत्कालीन विधायक राजूपाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की 24 फरवरी को धूमनगंज इलाके में सरेराह गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 27 फरवरी को अरबाज नाम के बदमाश को एनकाउंटर में मार गिराया था। पुलिस ने दावा किया था कि उमेश की हत्या में जिस क्रेटा कार का इस्तेमाल हुआ था उसे अरबाज चला रहा था।
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