मणिपुरः मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में शनिवार को अज्ञात उग्रवादियों द्वारा घात लगाकर किए गए भीषण हमले में असम राइफल्स के एक कर्नल, उनके परिवार के सदस्य और तीन जवान शहीद हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, कर्नल के वाहन के चालक को भी गोली मार दी गई, जिससे मरने वालों की संख्या सात हो गई।
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पुलिस ने कहा कि यह घटना सेहकेन गांव के पास हुई, जब भारी हथियारों से लैस उग्रवादियों ने असम राइफल्स के कर्नल के काफिले पर गोलीबारी की, जिसमें उनकी पत्नी, उनके बेटे और त्वरित प्रतिक्रिया दल के तीन जवानों की मौके पर ही मौत हो गई। आतंकवादियों ने काफिले पर हमला उस समय किया जब असम राइफल्स की 46वीं बटालियन के कर्नल म्यांमार की सीमा से लगे चुराचांदपुर में एक नागरिक कार्रवाई कार्यक्रम की निगरानी करने जा रहे थे। अभी तक किसी आतंकी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। पुलिस और सुरक्षा बलों ने आतंकियों को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। मणिपुर में 40 से अधिक गैरकानूनी विद्रोही समूह हैं।
बताया जा रहा है कि हमले के पीछे मणिपुर की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी का हाथ है। बता दें कि मणिपुर की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी का गठन 1978 में हुआ था। इसे भारत सरकार ने आतंकी संगठन घोषित किया है। मणिपुर में यह संगठन धोखे से भारतीय सुरक्षाबलों पर पहले भी हमले करता रहा है। इसका संगठन का गठन बिश्वेसर सिंह ने किया था। यह आतंकी संगठन स्वतंत्र मणिपुर की मांग करता रहा है।
वहीं मणिपुर सीएम बिरेन सिंह ने ट्वीट किया, 46 असम राइफल्स के काफिले पर कायरतापूर्ण हमले की कड़ी निंदा करता हूं, इसमें सीओ और उनके परिवार समेत कुछ कर्मियों की मौत हो गई। राज्य के बल और अर्धसैनिक बल पहले से ही आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन चला रहे हैं। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
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