किंशासाः मध्य अफ्रीकी देश कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में विस्थापितों के लिए बनाए शिविर पर मिलीशिया गुटों ने जोरदार हमला कर दिया। संयुक्त राष्ट्र संघ के अनुसार इस हमले में पचास से अधिक लोग मारे गए हैं, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में संयुक्त राष्ट्र मिशन की मुखिया बिन्टोई केइटा ने इस हमले की कठोरतम शब्दों में निंदा की है। इसमें 36 लोग घायल भी हुए हैं।
संयुक्त राष्ट्र मिशन ने घटनास्थल के तुरंत गश्तीदल भी भेजा है। इस हमले के बारे में देश के राष्ट्रीय सुरक्षा बलों और सामुदायिक एलर्ट नेटवर्क को भी सूचित कर दिया गया। संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के उपप्रवक्ता ने न्यूयार्क में पत्रकारों को बताया कि जब संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षक घटनास्थल पर पहुंचे तो हमलावरों के साथ उनकी भी गोलीबारी हुई। इस बीच मानवीय सहायता एजेंसियों ने चिकित्सा सामग्री की आपूर्ति शुरू कर दी है। हालांकि असुरक्षा के कारण मानवीय सहायता पहुंचाना चुनौतीपूर्ण कार्य है। इस क्षेत्र में लगभग छह लाख विस्थापित लोग रहते हैं।
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संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय की पिछले सप्ताह जारी एक रिपोर्ट में कहा गया था कि वर्ष 2021 के दौरान देश में, मानवाधिकार हनन के 6, 989 मामले दर्ज किये गए थे। इनमें दो हजार से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। मानवाधिकार आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक दो करोड़ लोगों को तात्कालिक मानवीय सहायता की सख्त जरूरत है। मानवाधिकार हनन के 66 प्रतिशत मामलों में भी सशस्त्र विद्रोही ही जिम्मेदार पाए गए हैं।
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