आदमखोर तेंदुए का आतंक, वन विभाग ने संजय टाइगर रिजर्व की टीम से मांगी मदद

30
leopard-in-ranchi

रांची: झारखंड के गढ़वा में आदमखोर तेंदुआ को मारने की समय सीमा निकलती जा रही है। यहां आदमखोर तेंदुए के आतंक को देखते हुए वन विभाग ने उसे मारने का आदेश लिया था, जिसकी सीमा 31 जनवरी तक है। अब वन विभाग ने तेंदुए को पकड़ने के लिए मध्य प्रदेश के संजय डुबरी टाइगर रिजर्व से सहायता मांगी है।

इस संबंध में पलामू वन रीजन के क्षेत्रीय मुख्य वन संरक्षक आरसीसीएफ आशुतोष ने कहा कि 31 जनवरी तक तेंदुए को अगर नहीं मार पाते हैं, तो उसे मारने के लिए पीसीएफ वाइल्ड लाइफ से दोबारा अनुमति ली जाएगी। इससे पहले एमपी के संजय टाइगर रिजर्व की टीम से मदद मांगी गई है। नवाब शफत अली खान की टीम आदमखोर तेंदुए को पकड़ने के लिए कैपिंग कर रही है।

ये भी पढ़ें..भोपाल: नगर परिषद की बैठक आज, विपक्ष कई मुद्दों पर घेरेगी…

वन विभाग की टीम के अनुसार, तेंदुए का लोकेशन लगातार बदल रहा है। उसका लोकेशन रमकंडा और भंडरिया की सीमा पर कुशवार के पास मिल रहा है। जनवरी के पहले दिनों में आदमखोर तेंदुआ रंका रमकंडा व भंडरिया की सीमा के पास 10 किलोमीटर में घूम रहा था। अब इसकी लोकेशन चार किलोमीटर में मिल रही है। तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम ने 50 कैमरे लगाए हैं, लेकिन इनमें अभी तक तेंदुए की तस्वीर नहीं आ सकी है। इसके साथ ही विभाग ने छह पिंजरे भी रखे हैं, जिसमें वह नहीं फंसा है। जबकि पिंजरों के आस-पास उसके पदचिन्ह मिले हैं।

अब तक चार बच्चों को मारा –

बता दें कि आदमखोर तेंदुए ने अब तक चार बच्चों को मारा है। इन बच्चों की उम्र छह से 12 साल के बीच थी। तेंदुआ बीते 37 दिनों से गढ़वा दक्षिणी प्रमंडल के भंडरिया, रंका व रमकंडा प्रखंड और पलामू टाइगर रिजर्व के छीपादोहर में लगातार घूम रहा है।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)