बिहार में आदमखोर बाघ का आतंक जारी, तीन दिन में चार लोगों को बनाया निशाना

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पटनाः बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले में स्थित वाल्मीकि टाइगर रिजर्व क्षेत्र के आदमखोर बाघ का आतंक लगातार जारी है। बाघ ने शनिवार को फिर से दो लोगों (मां और पुत्र) को अपना निशाना बना लिया है। पिछले तीन दिनों में इस आदमखोर बाघ ने चार लोगों को मार डाला था। इस बीच, हालांकि बाघ को मारने का आदेश दे दिया गया है। वन विभाग और विशेषज्ञों की टीम इस कार्य में लगी हुई है।

वन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि गोवर्धना थाना इलाके के बलुआ गांव में बाघ ने मां-बेटे पर हमला कर दिया। इस हमले में दोनों की मौत हो गई है। जिसके बाद ग्रामीण आक्रोशित हैं। वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को ग्रामीणों का कोप का भाजन बनना पड़ा। बताया जाता है कि महिला अपने पुत्र को लेकर खेत में घास लेने गई थी तभी बाघ ने दोनों पर हमला कर दिया, जिससे दोनों की मौत हो गई। उल्लेखनीय है कि आदमखोर बाघ ने शुक्रवार को डुमरी गांव में संजय यादव को मार दिया था। वहीं एक बच्ची को भी बाघ ने अपना निशाना बनाया था। ग्रामीणों ने आशंका व्यक्त की है कि बाघ बलुआ गांव में गन्ने के खेत में छिपा है।

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उल्लेखनीय है कि सरकार ने आदमखोर बन चुके इस बाघ को देखते ही गोली मारने का आदेश दे दिया है। वाल्मीकि नगर टाइगर रिजर्व के क्षेत्र निदेशक नेशामणि के ने बताया कि बाघ के रेस्क्यू के लिए हैदराबाद, पटना से आई टीम पहले से तैनात है। बाघ को मारने के लिए पुलिस के शार्प शूटर की भी मदद ली जाएगी। उल्लेखनीय है कि करीब 25 दिन से बाघ पर काबू पाने के लिए वन विभाग की टीम प्रयास कर रही है, लेकिन उसे इस कार्य में सफलता नहीं मिली। इधर, इस इलाके के गांवों में रहने वाले लोग लगातार हो रहे बाघ के हमले से दहशत में हैं।

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