भोपाल: राजधानी भोपाल समेत प्रदेश भर में उत्तरी हवाओं के आने का सिलसिला थोड़ा थमा है। ऐसा इसलिए क्योंकि एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में प्रवेश कर दिया है। जिसके चलते हवाओं का रुख बदल गया है। इसके चलते प्रदेशभर में न्यूनतम तापमानों में मामूली से बढ़ोत्तरी आगामी दो दिनों तक दर्ज की जाएगी। राजधानी भोपाल में न्यूनतम तापमान में ढाई डिग्री की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। इसके बाद 16 दिसंबर से एक बार फिर हवा का रुख बदलकर उत्तरी हो जाएगा। वहीं ठंड पड़नी शुरू हो जाएगी। इस दौरान कहीं-कहीं तो कड़ाके की ठंड पडऩे की भी संभावना है।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने जानकारी देते हुए बताया कि सोमवार को उत्तर भारत में प्रवेश करने वाले इस तीव्र आवृति वाले इस सिस्टम के प्रभाव से 14-15 दिसंबर को उत्तर भारत के पहाड़ों पर भारी बर्फबारी होने के आसार हैं। हालांकि इस सिस्टम की मौजूदगी के कारण हवाओं का रुख बदलने से रात के तापमान में कुछ बढ़ोतरी होने लगेगी। उधर पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढऩे पर एक बार फिर उत्तर भारत की तरफ से आने वाली बर्फीली हवाएं प्रदेश में ठिठुरन बढ़ाने लगेंगी। इस दौरान प्रदेश के कुछ जिलों में शीतलहर भी चल सकती है।
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मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटे के दौरान प्रदेश का मौसम शुष्क रहा। राजधानी में न्यूनतम तापमान में वृद्धि हुई है। न्यूनतम तापमान में 2.5 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोत्तरी हुई है। राजधानी में न्यूनतम तापमान 12.9 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है जो कि सामान्य से 1.8 डिग्री अधिक रहा। न्यूनतम तापमानों में सभी संभागों के जिलों में विशेष परिवर्तन नहीं हुआ वे उज्जैन संभाग के जिलों में सामान्य से काफी अधिक, होशंगाबाद, भोपाल एवं इंदौर संभाग के जिलों में सामान्य से अधिक व शेष संभागों के जिलों में सामान्य रहे। प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान ग्वालियर और नौ गांव में 5.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार आगामी दो दिनों तक कोई विशेष परिवर्तन मौसम में नहीं है।
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