दिल्ली के सरकारी और निजी अस्पतालों के सभी ऑक्सीजन टैंकों में लगाए जा रहे टेलीमेट्री डिवाइस, होगी लाइव मॉनिटरिंग

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नई दिल्ली: दिल्ली के 54 बड़े अस्पतालों में लगे कुल 100 लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन स्टोरेज टैंक, जिनकी कुल क्षमता 845.92 मीट्रिक टन है। केजरीवाल सरकार ने तय किया है कि वह उनमे रिमोट टेलीमेट्री डिवाइस लगाएगी, ताकि अस्पतालों में उपलब्ध ऑक्सीजन की रियल-टाइम मॉनिटरिंग की जा सके। वहीं वॉर रूम से इसकी लाइव मॉनिटरिंग की जाएगी, ताकि समय रहते ऑक्सीजन का इंतजाम किया जा सके।

पिछली लहर में हुई थी काफी किल्लत

दिल्ली स्वास्थ्य मंत्री कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, कोरोना की पिछली लहर में यह देखा गया कि देश भर में अचानक से अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत होने लगी और कई अस्पतालों ने अपने यहां ऑक्सीजन खत्म होने का आपातकालीन अलार्म बजाना शुरू किया।

सरकार के लिए यह सुनिश्चित करना मुश्किल हो रहा था कि किस अस्पताल को पहले ऑक्सीजन पहुंचाई जाए और कौन से अस्पताल को इसकी सबसे ज्यादा जरूरत है। उस समय केंद्र सरकार द्वारा ऑक्सीजन के आवंटन की प्रक्रिया को नियंत्रित किया जा रहा था, जिस कारण सभी राज्यों के लिए ऑक्सीजन का इंतजाम कर पाना बहुत मुश्किल हो गया था।

दिल्ली सरकार ने आपदा को काबू करने के उठाये कदम

ऐसे समय में भी केजरीवाल सरकार ने कोरोना जैसी आपदा को काबू करने के लिए जो कदम उठाए, वो देश के लिए एक मिसाल है। चाहे वो होम आइसोलाशन की प्रक्रिया हो या मरीजों के घर पर ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर पहुंचना हो, दिल्ली सरकार ने हर मुमकिन फैसले समय रहते लिए हैं, जिससे दिल्ली में कोरोना के मरीजों का इलाज सुचारु रूप से हो सका।

इसी सिलसिले को जारी रखते हुए दिल्ली सरकार ने ऑक्सीजन की आपूर्ति की समीक्षा करते हुए और कोविड की तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया है कि वह दिल्ली के सभी निजी और सरकारी अस्पतालों में मौजूद लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन टैंको में टेलीमेट्री डिवाइस लगाए जा रहे हैं।

क्या होता है टेलीमेट्री डिवाइस और एलएमओ

एलएमओ यानी की लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन कुछ और नहीं, बल्कि उच्च शुद्धता वाली ऑक्सीजन है, जिसका उपयोग चिकित्सा उपचार के लिए किया जाता है। गंभीर कोविड -19 के मरीजों के इलाज के लिए ऑक्सीजन महत्वपूर्ण है, क्योंकि कोरोना वाइरस फेफड़ों के कार्य प्रणाली को प्रभावित करता है और धीरे-धीरे फेफड़े बाहर से ऑक्सीजन लेने में असक्षम हो जाते हैं और इससे शरीर के विभिन्न हिस्सों में ऑक्सीजन की आपूर्ति बाधित होती है।

इससे कोविड-19 मरीजों में सांस लेने जैसी तकलीफ के साथ-साथ शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा कम होने जैसी समस्याएं आने लगती हैं। ऐसे में मरीज को ऑक्सीजन थेरेपी की जरूरत पड़ती है, जिसकी आपूर्ति एलएमओ टैंकों में रखे मेडिकल ऑक्सीजन के जरिए की जाती है। यह मेडिकल ऑक्सीजन अस्पतालों के बाहर बड़े टैंकरों में रखे जाते हैं और जरूरत पड़ने पर पाइप लाइन के जरिए या फिर ऑक्सीजन सिलेंडर के द्वारा मरीजों तक पहुंचाए जाते हैं।

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टेलीमेट्री डिवाइस से रियल-टाइम में इसकी निगरानी की जा सकेगी। टेलीमेट्री डिवाइस हर एक लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन टैंक में मौजूद ऑक्सीजन की मात्रा की लाइव जानकारी दिल्ली सरकार के वॉर रूम तक पहुंचाने में मदद करेगा। इससे यह पता लगाने में मदद मिलेगी कि किस अस्पताल में कितना ऑक्सीजन बचा है, ताकि समय रहते उस अस्पताल तक ऑक्सीजन पहुंचाया जा सके।

किन अस्पतालों में कितना ऑक्सीजन-

अस्पतालों के नाम स्टोरेज टैंको की संख्या स्टोरे क्षमता

इंदिरा गांधी हॉस्पिटल, द्वारका – 2 – 70

सरदार वल्लभाई पटेल कोविड हॉस्पिटल [डीआरडीओ]- 2 – 63

लोक नायक हॉस्पिटल – -4 – 56

जीटीबी हॉस्पिटल – -5 – 55.1

इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल, सरिता विहार- 2 – 40

सफदरजंग हॉस्पिटल – – 5 – 39

बत्रा हॉस्पिटल – – 2 – 23.9

एम्स, ट्रामा दिल्ली – – 2 – 23

श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टिट्यूट, पश्चिम विहार- 1 – 22.8

सर गंगा राम हॉस्पिटल – -3 – 22.4

आर्मी आरआर हॉस्पिटल – -2 – 22

राम मनोहर लोहिआ हॉस्पिटल – -3 – 22

श्री अग्रसैन इंटरनेशनल हॉस्पिटल, रोहिणी सेक्टर 22- 1 – 21.8

महाराज अग्रसैन हॉस्पिटल, पंजाबी बाग़- 1 – 20

एम्स मेन, दिल्ली – – 1 – 20

बेस हॉस्पिटल हॉस्पिटल दिल्ली कैंट – 3 – 18

फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टिट्यूट, ओखला – 2 – 16.5

कलावती सरन चिल्ड्रन हॉस्पिटल [एलएचएमसी] -1 – 13

बीएलके हॉस्पिटल, पूसा रोड -1 – 12.98

राजीव गाँधी कैंसर इंस्टिट्यूट, रोहिणी -1 – 12.98

डॉ बाबा साहेब आंबेडकर हॉस्पिटल -1 – 12

दीन दयाल उपाध्याय हॉस्पिटल -1 -12

जयपुर गोल्डन हॉस्पिटल, रोहिणी -1 – 12

राजीव गाँधी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल -1 -11.5

नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टीबी एंड रेस्पिरेटरी डिजीज- 1 -11.46

लेडी हार्डिंग हॉस्पिटल -1 -11

मैक्स ईस्ट/वेस्ट ब्लॉक -1 -11

जीबी पंत -2 -10.98

बारा हिन्दुराओ हॉस्पिटल -1 -10.38

नॉर्थेर्न रेलवे हॉस्पिटल -1 -9

मनीपाल हॉस्पिटल, द्वारका -1 -7.79

एक्शन कैंसर हॉस्पिटल, पश्चिम विहार -7 – 7

राजन बाबू इंस्टिट्यूट ऑफ़ पल्मोनरी मेडिसिन एंड ट्यूबरक्लोसिस -1 – 6.85

होली फैमिली हॉस्पिटल, ओखला -1 -6.84

मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, पटपड़गंज -1 -6.8

स्वामी दयानन्द -1 -6.8

कस्तूरबा गाँधी -1 -6.8

मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, शालीमार गार्डन -1 -6.7

इएसआईसी हॉस्पिटल ओखला- -1 -6.6

डॉ हेडगेवार आरोग्य संस्थान -1 -6.23

सेंट स्टीफेंस हॉस्पिटल, तीस हज़ारी -1 -6.2

दीप चंद बंधु -1 -6

माता चंदन देवी हॉस्पिटल, जनकपुरी -1 -6

प्राइमस सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, चाणक्यपुरी -1 -6

मैक्स स्मार्ट गुजमल मोदी हॉस्पिटल, साकेत- 1 -5.8

सरोज सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल -1 -5.8

चाचा नेहरू बल चिकित्सालय -1 -5.7

फोर्टिस सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, वसंत कुंज – 1 -5.4

आरएलकेसी मेट्रो हॉस्पिटल, नारायण -1 -5.4

फोर्टिस हॉस्पिटल, शालीमार बाग़ -1 -5.3

वीआईएमएचऐएनएस -1 -5

आईएलबीएस -1 -5

कालरा हॉस्पिटल, कीर्ति नगर -1 -4.22

कुल -100 -845.92 (एमटी)