Sunday, December 29, 2024
spot_img
spot_img
spot_imgspot_imgspot_imgspot_img
HomeदेशWorld Tribal Day की KCR ने दी बधाई, बोले- आदिवासियों के विकास...

World Tribal Day की KCR ने दी बधाई, बोले- आदिवासियों के विकास के लिए तेलंगाना रोल माॅडल

हैदराबाद: मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव (KCR) ने ‘विश्व आदिवासी दिवस’ (World Tribal Day) के अवसर पर आदिवासी समुदायों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि आदिवासियों के विकास के लिए कई योजनाएं लागू करके तेलंगाना देश के लिए एक रोल मॉडल बन गया है। केसीआर ने कहा कि राज्य सरकार उन आदिवासियों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है जो अपनी आजीविका के लिए जंगलों पर निर्भर हैं और सच्चे दिल से खुशहाल जीवन जीते हैं।

मुख्यमंत्री KCR ने कहा कि सरकार पिछले नौ वर्षों से आदिवासियों के विकास के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू कर रही है और उनके जीवन में गुणात्मक परिवर्तन ला रही है। उन्होंने दावा किया कि सरकार ने प्रसिद्ध आदिवासी योद्धा कुमारम भीम की आकांक्षाओं को पूरा किया, जिन्होंने ‘जल-जंगल-जमीन’ के नारे के साथ लड़ाई लड़ी थी. सरकार ने मिशन भगीरथ के माध्यम से जंगल के सुदूर कोनों में स्थित गोंड बस्तियों और आदिवासी टांडाओं तक भी पीने का पानी उपलब्ध कराकर ‘जल’ के नारे को साकार किया। आदिवासी बस्तियों में कृषि आवश्यकताओं के लिए कालेश्वरम, मिशन काकतीय से सिंचाई सुविधाएं और मुफ्त बिजली भी प्रदान की जाती है।

ये भी पढ़ें..केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह से मिले अनुराग ठाकुर, हिमाचल के लिए राहत पैकेज की मांग

राज्य में जंगलों की रक्षा

केसीआर (KCR) ने कहा कि तेलंगाना एकमात्र राज्य है जो जंगल की रक्षा कर रहा है और घटते वन क्षेत्र को पुनर्जीवित कर देश के लिए एक मिसाल कायम की है. आदिवासियों के उनकी ‘ज़मीन’ (भूमि) पर अधिकारों की रक्षा करते हुए, सरकार ने आदिवासियों को पोडु भूमि पट्टे वितरित किए। तेलंगाना देश का तीसरा सबसे बड़ा राज्य है जिसने 1.5 लाख आदिवासियों को चार लाख एकड़ से अधिक पोडु भूमि वितरित की।

आदिवासी किसानों के लिए योजनाएं

सरकार ने आदिवासी किसानों को रायथु बंधु और रायथु बीमा योजना का लाभ प्रदान करके भी समर्थन दिया। लगभग 2,471 आदिवासी बस्तियों को ग्राम पंचायतों के रूप में उन्नत किया गया है और आदिवासियों को अपने स्वयं के सरपंच का चुनाव करके लोकतांत्रिक राजनीतिक प्रक्रिया में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया गया है और ‘मावा नाटे मावा राज’ की आदिवासी आकांक्षा पूरी हुई है। उन्होंने कहा कि तेलंगाना राज्य ने भी आदिवासियों के लिए उनकी भागीदारी के अनुपात में शिक्षा और नौकरी क्षेत्रों में 10 प्रतिशत आरक्षण लागू करके देश के लिए एक मिसाल कायम की है।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)

सम्बंधित खबरें
- Advertisment -spot_imgspot_img

सम्बंधित खबरें