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दुबई में तेजस और ध्रुव दिखाएंगे भारत की ताकत, लगातार दूसरी बार मिला मौका

Tejas and Dhruv will show India's strength in Dubai नई दिल्लीः भारतीय वायुसेना 13-17 नवंबर तक दुबई में होने वाले एयर शो में अपनी आसमानी ताकत दिखाने के लिए अल मकतूम इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंच चुकी है। भारतीय टीमें सबसे पहले 13 नवंबर को उद्घाटन समारोह में प्रदर्शन करेंगी और फिर दुनिया की अन्य प्रमुख हवाई प्रदर्शन टीमों के साथ हवाई क्षेत्र साझा करेंगी। इस एयर शो में स्वदेशी लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) तेजस और एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (एएलएच) ध्रुव (Tejas and Dhruv )अपना जादू दिखाने के लिए तैयार हैं।

भारत ने पहले भी दिखाई ताकत

विंग कमांडर आशीष मोघे ने कहा कि भारतीय वायु सेना की टुकड़ी 13 से 17 नवंबर तक आयोजित होने वाले द्विवार्षिक दुबई एयर शो में भाग लेने के लिए दुबई के अल मकतूम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरी है। वायुसेना के दल में दो स्वदेशी प्लेटफॉर्म लड़ाकू विमान एलसीए तेजस और एएलएच ध्रुव हेलीकॉप्टर शामिल हैं। एयर शो के दौरान तेजस जमीनी और हवाई दोनों प्रदर्शनों का हिस्सा होगा। सारंग हेलीकाप्टर प्रदर्शन टीम अपने एयरोबेटिक्स कौशल का प्रदर्शन करेगी। ये दूसरा मौका है जब दुबई एयर शो तेजस हिस्सा ले रहा है।

ज्यादा से ज्यादा लोगों को होगी जानकारी

उन्होंने कहा कि वायु योद्धाओं और सारंग हेलीकॉप्टर डिस्प्ले टीम परिवहन विमान सी-17 ग्लोबमास्टर से दुबई पहुंची है। भारत की टीमें सबसे पहले 13 नवंबर को उद्घाटन समारोह में प्रदर्शन करेंगी और फिर दुनिया की अन्य प्रमुख वायु प्रदर्शन टीमों के साथ हवाई क्षेत्र साझा करेंगी। यह अंतर्राष्ट्रीय एयर शो तेजस और ध्रुव जैसे स्वदेशी प्लेटफार्मों की भागीदारी के माध्यम से भारतीय विमानन उद्योग की तीव्र प्रगति को प्रदर्शित करने का एक सुनहरा अवसर भी है। एयर शो के दौरान तेजस अपना प्रदर्शन दिखाएगा। सारंग हेलीकॉप्टर अपने बारे में जानकारी पेश करेगा, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसके बारे में जान सकें। यह भी पढ़ेंः-Deepotsav : थ्री डी में दिखेगा भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर, विजयी मुद्रा में करेंगे प्रवेश

मील का पत्थर है तेजस

भारत के हल्के लड़ाकू विमान दुनिया के कई देशों की पसंद हैं। इसके गुणों के कारण कई अफ्रीकी और एशियाई देशों ने इसमें रुचि दिखाई है। इसीलिए इस एयर शो में दुनिया के देशों की खास नजर भारत के लड़ाकू विमान 'तेजस' और युद्ध में खास तौर पर काम आने वाले खतरनाक 'ध्रुव' पर होगी। तेजस विमान भारत के विमानन इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह विमान एक साथ 10 लक्ष्यों पर नजर रखते हुए उन पर हमला कर सकता है। इसे टेकऑफ़ के लिए बहुत बड़े रनवे की आवश्यकता नहीं होती है। यह समुद्र तल से लेकर हिमालय की ऊंचाई तक के संचालन के लिए एक आदर्श है। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)