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शिक्षक भर्ती घोटाला: ईडी ने बढ़ाई BJP की टेंशन ! TMC महासचिव अभिषेक बनर्जी को फिर भेजा समन

Abhishek Banerjee कोलकाताः केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने टीएमसी सांसद  व पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी (abhishek banerjee ) को एक बार फिर पूछताछ के लिए नोटिस भेजा है। हालांकि, इसकी टाइमिंग पर सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं। साथ ही इसकी टाइमिंग को लेकर तृणमूल के साथ-साथ अब बीजेपी भी चिंतित है। इसकी वजह यह है कि अभिषेक बनर्जी बहुत लंबे समय से राजनीति में नहीं हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे होने के नाते राज्य की राजनीति में उनका सम्मानित स्थान है। लेकिन पिछले कुछ समय से जिस तरह से ईडी और सीबीआई ने उन्हें ऐसे समय में नोटिस भेजा है जब वह या तो विपक्ष की बैठक में शामिल होने जा रहे थे या फिर कोई बड़ी रैली करने वाले थे। इसी वजह से अभिषेक की चर्चा पश्चिम बंगाल की सीमा से परे राष्ट्रीय राजनीति में भी होने लगी है। बीजेपी को लगता है कि इससे उनका राजनीतिक कद बढ़ रहा है। इसी वजह से पार्टी नेता भी चिंतित हैं। ये भी पढ़ें..Noida: गणेश प्रतिमा विसर्जन के दौरान हादसा, यमुना नदी में 4 बच्चे डूबे

तीन अक्टूबर को अभिषेक बनर्जी से होगी पूछताछ

एक दिन पहले ही ईडी ने अभिषेक बनर्जी (abhishek banerjee ) को नोटिस भेजकर तीन अक्टूबर को सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित केंद्रीय एजेंसी के कोलकाता कार्यालय में उपस्थित होने को कहा था। उसी दिन अभिषेक के नेतृत्व में दिल्ली में एक रैली होनी है। केंद्र के खिलाफ बनर्जी। पश्चिम बंगाल के अधिकारों को लेकर एक सार्वजनिक बैठक होगी। इसीलिए तृणमूल कांग्रेस ने सवाल उठाया है। अब बीजेपी के एक नेता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि यह साफ है कि केंद्रीय एजेंसियां पश्चिम बंगाल में जांच का नाटक कर रही हैं। नियुक्ति भ्रष्टाचार से लेकर चिटफंड या अन्य किसी भी मामले में आज तक कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया गया है। सिर्फ लोगों को दिखाने के लिए जांच का दिखावा किया जा रहा है। अभिषेक को ऐसे समय में नोटिस देना जब वह पहले ही किसी राजनीतिक कार्यक्रम की घोषणा कर चुके हों, यह अपेक्षित नहीं है।

भाजपा प्रवक्ता ने मीडिया से किया किनारा

बीजेपी प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य ने इस पर खुलकर तो बात नहीं की लेकिन कहा कि बार-बार इस तरह के नोटिस के बाद होता यह है कि कुछ घंटों के बाद अभिषेक बनर्जी बाहर आते हैं और केंद्रीय एजेंसी के कार्यालय के बाहर मीडिया के साथ दो घंटे तक लंबी बैठक करते हैं। चलो बात करते हैं। हम इस बात को लेकर चिंतित हैं क्योंकि पत्रकारों को घर लौटने में देर हो जाती है।' हालांकि, उनका इशारा ये था कि अभिषेक बनर्जी को कुछ नहीं होना है, बल्कि वो हर बार नोटिस के बाद जाते हैं, पूछताछ करते हैं और बाहर आकर मीडिया से बात करते हैं। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)