चेन्नईः तमिलनाडु का खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग पीडीएस चावल की बोरियों पर क्यूआर कोड लागू करने की योजना बना रहा है, ताकि केरल और आंध्र प्रदेश जैसे सीमावर्ती राज्यों में पीडीएस चावल की अंतरराज्यीय तस्करी को रोका जा सके। तमिलनाडु नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारियों ने आईएएनएस को बताया कि विभाग गोदामों से निकलने वाले प्रत्येक पीडीएस चावल के बैग पर क्यूआर कोड लगाएगा। राशन की कई दुकानों को गोदामों से चावल नहीं मिलने पर नागरिक आपूर्ति विभाग कटघरे में है। तमिलनाडु से तस्करी कर लाए गए और केरल और आंध्र प्रदेश क्षेत्रों से बरामद किए गए चावल की घटनाओं ने विभाग को मामले का संज्ञान लेने पर मजबूर किया।
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तमिलनाडु नागरिक आपूर्ति निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, “प्रत्येक पीडीएस चावल के बैग पर उपलब्ध कराए जाने वाले क्यूआर कोड यह सुनिश्चित करेंगे कि चावल की थैलियां केवल राशन की दुकानों तक पहुंच रही हैं और कोई भी बिचौलिया काले बाजार में बेचने के लिए उसे नहीं ले जा पाए।” इसके अलावा, गोदामों से राशन की दुकानों तक पीडीएस चावल की थैलियों को ले जाने वाले ट्रकों में हाई-एंड और तकनीकी रूप से बेहतर जीपीएस लगाया जाएगा।
राशन कार्ड धारकों से कम दरों पर चावल खरीदकर दोपहिया वाहनों से आंध्र प्रदेश में चावल की तस्करी की जा रही थी। तमिलनाडु पुलिस पहले ही 11,091 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है और 7 मई, 2021 से 30 अगस्त, 2022 के बीच 11. 3 करोड़ रुपये मूल्य की वस्तुओं को जब्त कर चुकी है। चावल मिल मालिकों ने तस्करी में किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया है और इसके पीछे ट्रक ड्राइवरों और क्लीनर को जिम्मेदार ठहराया है।
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