गिरते तापमान का फसलों पर दिख रहा असर, झुलसा रोग से टमाटर नष्ट होने के कगार पर

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Tamatar Jhulasa Rog: कुरारा विकास खंड क्षेत्र के सरसई गांव में बदलते मौसम के कारण तापमान गिरने से टमाटर की फसल झुलसा रोग से बर्बाद होने के कगार पर है। रविवार को किसान टमाटर की फसल की सुरक्षा के लिए कृषि वैज्ञानिकों से सलाह लेने में जुटे रहे।

बर्बाद होने के कगार पर फसल!

विकासखंड क्षेत्र में पिछले 10 दिनों से पड़ रही कड़ाके की ठंड और धूप नहीं निकलने के कारण तापमान में गिरावट होने से किसानों की फसलें खराब हो रही हैं। सरसई गांव में टमाटर की खेती करने वाले किसान अरविंद कुमार, अशोक कुमार, संतराम कुशवाहा, श्रीकांत आदि ने रविवार को बताया कि गांव में कुछ किसान सब्जी की खेती करते हैं, जिसमें करीब 50 बीघे में टमाटर की फसल लगाई गई थी। तापमान गिरने से टमाटर की फसल में झुलसा रोग लग गया है, जिससे पेड़ों की पत्तियां सूख गयी हैं और टमाटर की फसल बर्बाद होने के कगार पर है। किसान अपनी लागत को लेकर चिंतित हैं।
रिठारी गांव के टमाटर किसान राज सिंह, विजय, भोला कुशवाह, राम अवतार, फूल सिंह आदि ने बताया कि पिछले दस दिनों से धूप नहीं निकलने के कारण टमाटर के पौधे सूखने लगे हैं। जिसके पत्ते जमीन पर गिर रहे हैं। फूल गायब होने से फल नहीं लगेंगे, जिससे किसानों को अपनी लागत और मेहनत निकालना मुश्किल हो जाएगा।

कृषि वैज्ञानिकों ने बताई वजह

इस संबंध में जब हमने स्थानीय कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. प्रशांत कुमार से बात की तो उन्होंने बताया कि तापमान में गिरावट के कारण टमाटर के पौधे में फूल गिरने से फूल नहीं आयेंगे और पत्तियां जल कर नष्ट हो जायेंगी। । इससे बचाव के लिए किसानों को अपने खेतों के आसपास धुआं जलाना चाहिए। स्प्रे से कॉपर ऑक्सीक्लोराइड का भी छिड़काव करें। इसके बाद एनसी 18-18 को आठ ग्राम प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें, ताकि टमाटर के पौधे जीवित रह सकें।

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