कोरोनाकाल में सावधानी पूर्वक करें दांतों की देखभालः डॉ. नेहा तिवारी-डेंटल सर्जन

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लखनऊः कोरोना के तेजी से बढ़ते संक्रमण के बीच शरीर के अन्य अंगों के साथ दांतों की देखभाल भी काफी आवश्यक है। स्वस्थ दांत ही बेहतर स्वास्थ्य की गारंटी देते हैं। कोरोना वायरस जिस तरह हमारे ह्रदय, लीवर व अन्य अंगों को प्रभावित करता है, उसी तरह दांतों को भी गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसे में प्रतिष्ठित दंत चिकित्सक डॉक्टर नेहा तिवारी ने दांतों की देखभाल के संबंध में ये उपाय बताए हैं।

– कोरोना काल में दांतों की देखभाल कैसे करें ?

कोरोना महामारी में दांतों की नियमित रूप से देखभाल अति आवश्यक है। दांतों को साफ रखने के लिए नियमित रूप से प्रातः एवं रात्रि में सोने से पहले ब्रश करें और दांतों के साथ जीभ की भी सफाई बहुत जरूरी है। इसके लिए टंग क्लीनर का इस्तेमाल अवश्य करें, माउथवॉश जैसे- पोवीडीन-आयोडीन या हैक्सीडीन से कुल्ला करें। इससे मुख में संक्रमण कम रहेगा और बैक्टीरिया और वायरस का लोड भी कम रहेगा।

– इस समय जब अधिकतर डेंटल क्लीनिक बंद हैं तो जो नियमित रूप से अपने दांतों का इलाज करा रहे हैं वे लोग क्या करें ?

यदि समस्या गंभीर ना हो तो अपने दंत चिकित्सक के परामर्श अनुसार कुछ प्रोसीजर को टाल देना ही उचित होगा। परंतु यदि समस्या गंभीर हो तो अपने दंत चिकित्सक से संपर्क करें और अपनी कोविड निगेटिव रिपोर्ट के साथ अपने चिकित्सक से इलाज करवाएं एवं कोविड की गाइडलाइन का पालन करें।

-कोरोना से ठीक हुए मरीजों में दांतों की समस्या बढ़ रही है, ऐसे मरीजों को क्या करना चाहिए ?

कोरोना के मरीजों में सामान्य रूप से अधिक इन्फेक्शन होने के कारण मरीजों में मसूढों से संबंधित समस्याएं अधिक देखी जा रही हैं। जैसे कि पायरिया, मसूढों से खून आना, मुख का सूखना, दुर्गंध आना आदि। ऐसे में मुख की स्वच्छता पर विशेष ध्यान देना जरूरी है। इसके लिए डेन्टल फ्लॉस का उपयोग करना अच्छा होगा, विटमिन सी एवं उससे संबंधित फलों ताजी सब्जियों का सेवन करें, मीठे पदार्थों का सेवन कम से कम मात्रा में करें।

– कोरोना के नए स्ट्रेन की वजह से मरीजों के मसूढों में फंगस देखने को मिल रहा है, इनका इलाज कैसे हो सकता है ?

 कोरोना के मरीज खास तौर पर जो मधुमेह जैसी बीमारी से ग्रस्त हैं या जो व्यक्ति डेन्चर पहनते हैं उनमें फंगल इन्फेक्शन ज्यादा देखने को मिल रहा है। ऐसे में मरीजों को अपने रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की जरूरत है, जिसके इलाज के लिए एंटी फंगल दवाइयां उपलब्ध हैं जो डॉक्टरों की सलाह लेने के बाद ही लेना चाहिए।

– विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना के लक्षण दांतों पर भी देखने को मिल रहे हैं, इसके क्या लक्षण हैं ?

कोरोना के संक्रमण के कारण मसूढों को ज्यादा क्षति पहुंचने की संभावना होती है। जिससे दांत कमजोर होने लगते हैं और हिलने लगते है मसूढों से मवाद निकलने की भी संभावना होती है और कुछ शोध से यह भी ज्ञात हुआ है कि कोरोना के मरीज में तनाव ज्यादा होने के कारण दांतों के फ्रैक्चर होने की संभावना भी देखी गई है तथा कुछ मरीजों में लार का कम बनना देखा गया है, ऐसे मरीजों को तनाव से बचना चाहिए और शरीर में पानी की मात्रा को बढ़ा देना चाहिए एवं हमेशा नाक से श्वास लेना चाहिए मुख से नहीं।

– दांतों में अगर अचानक दर्द हो जाए तो क्या इसका कोई घरेलू उपचार है ?

दांतों की देखभाल के लिए घरेलू उपचार जैसे- गुनगुने पानी में नमक डालकर कुल्ला करना, फिटकरी और सेंधा नमक के पानी से गरारे करना और यदि इन्फेक्शन ज्यादा हो तो अपने चिकित्सक से संपर्क करके उचित दवाइयां लेनी चाहिए।

– कितने समय के अंतराल में हमें दांतों का चेकअप कराना चहिए ?

दांतों का मजबूत एवं सुंदर दिखना अत्यंत महत्वपूर्ण है जिसका असर चेहरे की सुंदरता से लेकर हमारे पाचन तंत्र तक दिखता है। इसीलिए सामान्य रूप से प्रत्येक 6 माह बाद चेकअप जरूर कराएं, यदि समस्या हो तो बिना विलंब किए अपने दंत चिकित्सक से संपर्क कर परामर्श लें।