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Swiggy IPO Listing: एक झटके में Swiggy के 500 कर्मचारी बने करोड़पति ! जानें कैसे हुआ ये कमाल

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Swiggy IPO Listing: देश की जान-मानी फूड डिलीवरी कंपनी स्विगी ने शेयर बाजार में कदम रख दिया है। स्विगी BSE और NSE पर लिस्ट हो गई है। बुधवार को स्विगी के शेयर एनएसई पर अपने IPO प्राइस 390 रुपये से 7.69 फीसदी प्रीमियम पर लिस्ट हुए। जबकि एनएसई पर कंपनी 420 रुपये पर लिस्ट हुई। BSE पर इसकी शुरुआत 5.64 फीसदी प्रीमियम के साथ 412 रुपये पर हुई।

बता दें कि Swiggy ने पिछले हफ्ते ही अपना आईपीओ लॉन्च किया था और इसे तीन गुना से ज्यादा सब्सक्रिप्शन मिला। स्विगी ने भले ही रिटेल निवेशकों को ज्यादा मुनाफा न दिया हो, लेकिन यह ESOP रखने वाले कंपनी के कर्मचारियों को करोड़पति जरूर बना सकता है। स्विगी का आईपीओ खरीदने वाले निवेशक फिलहाल 1.37 फीसदी मुनाफे में हैं। स्विगी के कर्मचारियों को ज्यादा फायदा इसलिए है क्योंकि उन्हें हर शेयर पर 25 रुपये की छूट मिली है।

Swiggy IPO Listing: क्या है ESOP?

एंप्लॉयी स्टॉक ओनरशिप प्लान (Employee Stock Ownership Plan) यानी ईएसओपी कर्मचारियों को सैलरी के बदले कंपनी के शेयर खरीदने का विकल्प देता है। कर्मचारी इस शेयर को या तो अपने पास रख सकता है या मुनाफे में बेच भी सकता है। ईएसओपी के तहत दिए जाने वाले अधिकारों को स्टॉक ऑप्शन कहते हैं। स्टॉक ऑप्शन अपने आप में एक कॉन्ट्रैक्ट है, जिसके तहत कर्मचारी कंपनी के शेयर मुफ्त या रियायती दर पर हासिल कर सकता है।

दरअसल ESOP कर्मचारियों के प्रदर्शन को प्रोत्साहित करने का एक तरीका है। किसी कंपनी के शेयरों की कीमत उसके वित्तीय प्रदर्शन से सीधे प्रभावित होती है। इसलिए, कंपनी जितना बेहतर प्रदर्शन करेगी, उसके शेयर उतने ही मूल्यवान होंगे। भारत की पहली आईटी कंपनी इंफोसिस ने अपने कर्मचारियों को ESOP जारी किया।

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Swiggy IPO Listing: स्विगी ने अपने 500 कर्मचारियों को बनाया करोड़पति

स्विगी की लिस्टिंग से उसके 500 से ज़्यादा कर्मचारियों को खुशी मिली है। स्विगी ने एक झटके में अपने कर्मचारियों को करोड़पति बना दिया। दरअसल कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग के बाद हर कर्मचारी ने 1 करोड़ रुपये कमाए हैं। कंपनी का कुल ESOP पूल 9,000 करोड़ रुपये है और प्रति शेयर कीमत 390 रुपये है, जो इसके IPO का ऊपरी प्राइस बैंड भी है। स्विगी के कर्मचारी लिस्टिंग के एक महीने बाद अपने शेयर बेच सकते हैं, जबकि लॉक-इन अवधि एक साल की है।

बता दें, इसी साल स्विगी (Swiggy IPO Listing) ने कंपनी के कर्मचारियों के लिए 500 करोड़ रुपये का ESOP बायबैक प्रोग्राम लॉन्च किया था। वित्त वर्ष 2024 में स्विगी का घाटा 4179.3 करोड़ रुपये से घटकर 2350.2 करोड़ रुपये रह गया। इस दौरान कंपनी का ऑपरेशनल रेवेन्यू 36 फीसदी बढ़कर 11,247.4 करोड़ रुपये रहा। चालू वित्त वर्ष की जून तिमाही में सालाना आधार पर कंपनी का घाटा 564 करोड़ रुपये से बढ़कर 611 करोड़ रुपये रहा।

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