Swami Prasad Maurya: लखनऊः समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य अपने बयानों को लेकर अक्सर राजनीतिक गलियारों में चर्चा में बने रहते है। रामचरितमानस से लेकर हिंदू धर्म को लेकर दिये गये उनके बयानों से काफी सियासी बवाल मचा। वहीं अब सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। सपा नेता का बयान फिर सुर्खियों में छा गया है।
वन नेशन-वन इलेक्शन का निर्णय संविधान विरोधी है, लोकतंत्र की हत्या कर राजतन्त्र की स्थापना का सरकार का कुत्सित प्रयास है। सरकार के इस निर्णय की घोर भर्तस्ना करता हूँ। लोकतंत्र को बचाने के लिये सभी को एकजुट हो जाना चाहिए, गफलत में रहोगे तों संविधान बदल देंगे।
— Swami Prasad Maurya (@SwamiPMaurya) September 1, 2023
स्वामी प्रसाद मौर्य ने ट्विटर पर ट्वीट कर लिखा कि ’वन नेशन-वन इलेक्शन’ का फैसला संविधान विरोधी है। लोकतंत्र की हत्या कर राजशाही स्थापित करने का सरकार का कुत्सित प्रयास है। सरकार के इस निर्णय की घोर भर्तस्ना करता हूँ। लोकतंत्र को बचाने के लिए सभी को एकजुट होना चाहिए, गफलत में रहोगे तो संविधान बदल देंगे।
ये भी पढ़ें..’इंडिया‘ जल्द करेगा सीट बंटवारे पर फैसला, 13 सदस्यीय समन्वय समिति…
उल्लेखनीय है कि बीते दिनों स्वामी प्रसाद मौर्य ने हिंदू धर्म को लेकर विवादित बयान दिया था। सपा नेता ने कहा कि हिंदू धर्म कोई धर्म नहीं बल्कि एक धोखा है। ब्राह्मण धर्म को हिंदू धर्म बताकर देश के आदिवासियों, दलितों और पिछड़ों को फंसाने की साजिश की गई है। उन्होंने कहा कि अगर हिंदू धर्म होता तो आदिवासियों, दलितों और पिछड़ों का सम्मान होता। अपने भाषण के दौरान उन्होंने देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पर भी विवादित बयान दिया।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)