Suryakumar Yadav: 30 साल की उम्र में डेब्यू और रिकॉर्ड्स का अंबार, दिलचस्प है सूर्या के क्रिकेटर बनने की कहानी

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Suryakumar Yadav

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Happy Birthday Suryakumar Yadav: मिस्टर 360 के नाम से मशहूर टीम इंडिया स्टार खिलाड़ी सूर्यकुमार यादव आज अपना 33वां जन्मदिन मना रहे हैं। मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले सूर्य कुमार का जन्म 14 सितंबर 1990 को मुंबई में हुआ था। बचपन में गलियों में क्रिकेट खेलते हुए उन्होंने भारत का प्रतिनिधित्व करने का जो सपना देखा था, आज वह भारतीय टीम में शामिल होकर उसे पूरा कर रहे हैं। टीम इंडिया के इस युवा बल्लेबाज ने अपनी मेहनत के दम पर पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप के लिए अपनी जगह पक्की की थी।

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हालांकि सूर्यकुमार यादव ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत काफी देर से की. 30 साल की उम्र में टीम इंडिया के लिए डेब्यू किया। सूर्या ने अब तक अपने छोटे से इंटरनेशनल करियर में कई बड़े रिकॉर्ड बनाए या तोड़े हैं। टी20 इंटरनेशनल में सूर्या के नाम कई बड़े रिकॉर्ड हैं। सूर्या ने अपने डेब्यू मैच में ही अपनी छाप छोड़ी है और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उन्होंने अपनी पहली ही गेंद पर छक्का लगाया है। फिलहाल सूर्यकुमार यादव आईसीसी टी20 रैंकिंग में पहले स्थान पर हैं। हालांकि सूर्या अब तक टी20 के अलावा अन्य फॉर्मेट में कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं।

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Suryakumar Yadav के नाम कई रिकॉर्ड

टी20 क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड सूर्या के नाम है। सूर्या ने अब तक 53 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 172.20 की बेहतरीन स्ट्राइक रेट से 1841 रन बनाए हैं। जिसमें तीन शतक और 12 अर्धशतक शामिल हैं। उनका स्ट्राइक रेट दुनिया के सभी बल्लेबाजों में सबसे ज्यादा है। (न्यूनतम 50 पारियां), सूर्या के नाम टी20 क्रिकेट में सबसे कम मैचों में 12 ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ खिताब जीतने का रिकॉर्ड है। इसके अलावा सबसे ज्यादा ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ खिताब जीतने के मामले में सूर्या विराट कोहली और मोहम्मद नबी के बाद तीसरे स्थान पर हैं।

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सूर्या के क्रिकेटर बनने के पीछे दिलचस्प कहानी

सूर्यकुमार यादव के क्रिकेटर बनने के पीछे एक दिलचस्प कहानी है। दरअसल, सूर्या बचपन में बैडमिंटन खेलते थे और इसी खेल में अपना करियर बनाना चाहते थे। जूनियर लेवल पर उन्होंने बैडमिंटन में महारत हासिल कर ली थी लेकिन फिर किसी कारण से उनका इस खेल से मोहभंग हो गया। बैडमिंटन मैच जल्दी ख़त्म होने का यही कारण था। सूर्या लंबे समय तक घर से बाहर रहना चाहते थे और यही वजह थी कि उन्होंने बैडमिंटन छोड़कर क्रिकेट खेलने का फैसला किया।

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वनडे में कर रहे संघर्ष

हालांकि Suryakumar Yadav ने भले ही टी20 में अपना झंडा गाड़ दिया हो लेकिन वनडे में वह अभी भी रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। 26 एकदिवसीय मैचों की 24 पारियों में उन्होंने 24.33 की औसत और 101 की स्ट्राइक रेट से 511 रन बनाए हैं। अपनी पहली एकदिवसीय श्रृंखला में दो अर्धशतक और ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’ पुरस्कार के अलावा, उन्होंने कुछ खास हासिल नहीं किया है। 50 ओवर के प्रारूप में अब तक सफलता। मौजूदा एशिया कप में भी सूर्य को प्लेइंग इलेवन में मौका नहीं दिया गया है। ऐसे में देखना होगा कि वह वर्ल्ड कप में मिले मौके को भुना पाते हैं या नहीं।

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