नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट पेगासस जासूसी मामले पर पांच अगस्त को सुनवाई करेगा। चीफ जस्टिस एनवी रमना और जस्टिस सूर्यकांत की बेंच इन याचिकाओं पर सुनवाई करेगी। इस मामले में स्वतंत्र जांच की मांग को लेकर वरिष्ठ पत्रकार एन राम, शशि कुमार के अलावा वकील मनोहर लाल शर्मा और सीपीएम सांसद जॉन ब्रिटास ने याचिका दायर की हैं।
शनिवार 30 जुलाई को इस मामले की सुप्रीम कोर्ट के जज से जांच की मांग पर सुनवाई के लिए कोर्ट तैयार हो गया था। वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने इसे चीफ जस्टिस एनवी रमना की अध्यक्षता वाली बेंच के समक्ष जल्द सुनवाई के लिए मेंशन किया था, जिसके बाद कोर्ट ने अगस्त के पहले हफ्ते में सुनवाई का आदेश दिया।
याचिका में कहा गया है कि पेगासस के जरिये पत्रकारों, वकीलों, सरकार के मंत्रियों, विपक्षी दलों के नेताओं और सिविल सोसायटी के कार्यकर्ताओं की जासूसी कराई गई है। याचिका में कहा गया है कि दुनिया के कई नामी अखबारों और पत्र-पत्रिकाओं ने इस बात का खुलासा किया है कि भारत के 142 से ज्यादा लोगों की पेगासस के जरिये जासूसी कराई गई।
यह भी पढ़ेंः-केदारनाथ धाम से चोरी हुई कांस्य और तांबे से बनी 103 पौराणिक घंटियां
याचिका में मांग की गई है कि कोर्ट केंद्र सरकार को निर्देश देकर पूछे कि क्याा पेगासस ने भारत सरकार की अनुमति ली थी या उसने खुद इसका इस्तेमाल किया था। याचिका में कहा गया है कि एम्नेस्टी इंटरनेशनल के सिक्योरिटी लैब ने भी इसकी पुष्टि की है।