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अमरिंदर सिंह ने दिया इस्तीफा, सीएम पद की दौड़ में ये दो नाम सबसे आगे

चंडीगढ़ः पंजाब कांग्रेस में फिर से घमासान जारी है। 40 विधायकों के मोर्चा खोलने के बाद सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने सभी मंत्रियों के साथ पद से इस्तीफा दे दिया है। वह 20 विधायकों और अधिकतर पंजाब के सांसदों के साथ राजभवन पहुंचे हैं। इसके बाद राजभवन के बाहर से मीडिया को संबोधित करते हुए कैप्टन ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में तीसरी बार यह हुआ है। इससे वह अपमानित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सुबह ही इस्तीफा देने का फैसला कर लिया था और इसकी जानकारी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी दे दी थी।

उधर, कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस के विधायक दलों की शाम पांच बजे बैठक होगी और माना जा रहा है कि उसमें नए विधायक दल के नेता का चुनाव किया जा सकता है। वहीं, सिद्धू खेमे की ओर से कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने की चर्चा है। सूत्रों के मुताबिक नाराज विधायक नवजोत सिंह सिद्धू या सुनील जाखड़ का नाम बतौर अगले विधायक दल के नेता के तौर पर आगे बढ़ा सकते हैं।

सीएम पद के लिए सुनील जाखड़ का नाम सबसे आगे

बता दें कि पंजाब के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे चल रहे हैं, सूत्रों ने कहा कि पार्टी आप का मुकाबला करने के लिए चुनाव से पहले गैर सिख चेहरा पेश करना चाहती है, जो राज्य में मजबूत हो रही है। सूत्रों का कहना है कि पार्टी चुनाव में एक सिख, नवजोत सिंह सिद्धू को राज्य पार्टी प्रमुख और गैर सिख संयोजन के रूप में चाहती है। दूसरा नाम जो सामने आ रहा है वह प्रताप सिंह बाजवा का है। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के प्रेस सचिव ने शनिवार को कहा कि विश्वासघात से 'आश्चर्यचकित' करने वाले लोगों को प्रतिशोध के साथ 'सदमे' के लिए तैयार रहना चाहिए।

मुख्यमंत्री और आलाकमान के बीच जारी तनातनी के बारे में बात किए बिना प्रेस सचिव विमल सुंबली ने ट्वीट कर बताया, "अगर लोग आपको विश्वासघात से 'आश्चर्यचकित' करते हैं, तो आपको उचित प्रतिशोध के साथ उन्हें 'सदमे' देने का अधिकार है।" इस बीच, एआईसीसी के प्रतिनियुक्त पार्टी महासचिव अजय माकन और हरीश चौधरी शाम को होने वाली कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की बैठक के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में चंडीगढ़ पहुंच चुके हैं। प्रदेश पार्टी प्रभारी हरीश रावत भी यहां हैं। माना जा रहा है कि सीएलपी की बैठक से चंद घंटे पहले ही आलाकमान ने अमरिंदर सिंह को इस्तीफा देने के लिए कह दिया था ताकि नए पदाधिकारी का चुनाव हो सके। हालांकि मुख्यमंत्री ने अपमानित होने पर पार्टी छोड़ने की 'धमकी' दी है।

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