Thursday, January 23, 2025
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Homeदिल्लीचोरी कर बदमाशों को देते थे किराये पर वाहन, मां-बेटे गिरफ्तार

चोरी कर बदमाशों को देते थे किराये पर वाहन, मां-बेटे गिरफ्तार

नई दिल्ली: बाहरी दिल्ली के सुल्तानपुरी थाना पुलिस ने सौतेली मां और उसके बेटे को वाहन चोरी करते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। बेटा दून स्कूल, देहरादून से पास आउट है। मां बेटे चोरी के वाहनों को बदमाशों को किराये पर दिया करते थे, जो वारदात करने के बाद उनको वापिस वाहन लौटा दिया करते थे। आरोपित मां बेटे से आधा दर्जन चोरी के वाहन और दो मोबाइल फोन बरामद करके 23 वारदातों का खुलासा हुआ है। जिनकी पहचान ऋषभ और प्रीति के रूप में हुई है। पुलिस आरोपितों के मोबाइल फोन जब्त कर उनकी कॉल डिटेल और सोशल मीडिया अकाउंट को खंगाल रही है।

डीसीपी समीर शर्मा ने बुधवार को बताया कि जिले में दोपहिया वाहनों पर लूट, झपटमारी आदी की अत्याधिक वारदातें होने पर थानास्तर पर पुलिस टीमें ऑपरेशन क्लीन स्वीप के तहत वाहन चैकिंग करके बदमाशों को पकड़ने की कोशिश कर रही है। एसएचओ सुखबीर सिंह मालिक की देखरेख में पुलिस टीम को पकड़े गए मां बेटे के बारे में जानकारी मिली थी। पुलिस टीम ने सुल्तानपुरी बस टर्मिनल के पास घेराबंदी की। जैसे ही दोनों बाइक पर इलाके में पहुंचे। दोनों को दबोच लिया।

उनके पास से दो मोबाइल फोन जब्त कर लिया। बाइक राजपार्क से चोरी की थी। दोनों से पूछताछ करने पर पता चला कि आरोपित ऋषभ ने बताया कि वह दून पब्लिक स्कूल, देहरादून से पढ़ा और उसे आलीशान जीवन जीना पसंद है। वह अपनी सौतेली मां प्रीति के साथ रहता है। वह ड्रग्स का भी आदी है और वह अपने पिता से पॉकेट मनी के रूप में प्राप्त धन से एक शानदार जीवन की अपनी जरूरतों को पूरा करने में सक्षम नहीं था।

इसलिए उसने अपनी सौतेली मां के साथ मिलकर मोटर बाइक और स्कूटी चोरी करना शुरू कर दिया। दोनों ने कई वाहनों की चोरी को स्वीकार किया और उनके कहने पर विभिन्न स्थानों से पांच और चोरी के वाहन बरामद किए गए। आरोपितों ने यह भी खुलासा किया कि वे चोरी की मोटरसाइकिल/स्कूटी को चोरों और लुटेरों को अपराध करने के लिए किराए पर देते थे। आरोपी प्रीति ने कहा कि वह आरोपित ऋषभ के साथ उसकी आपराधिक गतिविधियों में शामिल थी क्योंकि वे एक शानदार जीवन जीने के आदी हैं।

दोनों ने यह भी खुलासा किया कि वे चोरी के मोबाइल, चोरों/नशे के आदी लोगों से खरीदते थे और राहगीरों को बेचते थे। 2016 से 21 तक आरोपित ऋषभ स्नैचिंग, डकैती, सेंधमारी और चोरी के मामलों में लिप्त रहा और वह हाल ही में बीते छह फरवरी को जमानत पर रिहा हुआ था।

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