चंडीगढ़: पंजाब में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने तैयारियां तेज कर दी हैं। सभी राजनीतिक दलों की नजर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों पर टिकी हुई हैं। भाजपा को छोड़कर पंजाब में अन्य राजनीतिक दल किसान आंदोलन का समर्थन कर रहे हैं।
इसी बीच शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर बादल ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है। जिसमें उन्होंने किसानों को संदेश दिया है कि अगर 2022 में शिअद-बसपा की सरकार आती है तो आंदोलन में शहीद हुए किसान के परिवारों के एक-एक सदस्य को सरकारी नौकरी व उनके बच्चे और पोते-पोतियों को स्नातकोत्तर तक मुफ्त शिक्षा दी जाएगी। इसके अलावा उन्होंने ऐलान किया कि शहीद किसान के हर परिवार को सरकार स्वास्थ्य बीमा लाभ भी देगी।
Today, I assure Punjabis: Immediately after forming the govt in 2022, SAD-BSP will honour the martyrs of #KisanAndolan with one govt job per family, free education to their children & grandchildren till post-graduation & health insurance cover to the entire family.@Akali_Dal_ pic.twitter.com/240jQ5e9DZ
— Sukhbir Singh Badal (@officeofssbadal) July 9, 2021
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सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि पिछले सात महीनों से पंजाब के किसान केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर धरना दे रहे हैं। वे तपती हुई गर्मी में भी विकट परिस्थतियों में अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ रहे हैं। उनके साथ काफी महिलाएं भी धरने पर डटी हुई हैं। उन्होंने कहा कि इस आंदोलन में कई किसानों को अपनी जान गवांनी पड़ी है। उन्होंने कहा कि जानकारी के मुताबिक आंदोलन में 500 से अधिक किसान अपनी जान गंवा चुके हैं।
बादल ने कहा कि अगर 2022 में शिरोमणि अकाली दल (शिअद)-बसपा गठबंधन सत्ता में आता है, तो पार्टी द्वारा सबसे पहले किसान आंदोलन के शहीदों का सम्मान किया जाएगा। बादल ने पावर कट को लेकर भी चिंता जाहिर की है।