बुरहानपुरः जिला मुख्यालय से करीब चार किमी दूर लोनी गांव स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय के कक्षा छठवीं और सातवीं के 25 विद्यार्थी सोमवार सुबह अचानक बीमार हो गए। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। विद्यार्थियों ने बताया कि सुबह उठकर चाय, नाश्ता के बाद स्कूल रवाना हो गए। इसी बीच अचानक उन्हें उल्टी, पेट दर्द और तेज खांसी की शिकायत शुरू हो गई। स्कूल के शिक्षकों ने हालत बिगड़ती देख सभी बच्चों को अस्पताल पहुंचाया।
स्कूल के कर्मचारियों ने बताया कि रविवार रात भी दो विद्यार्थियों की तबीयत बिगड़ी थी। उन्हें रात दो बजे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के बाद उनके स्वास्थ्य में सुधार आ गया था। नवोदय विद्यालय के विद्यार्थियों के बीमार होने की खबर मिलने के बाद विधायक ठा. सुरेंद्र सिंह भी जिला अस्पताल पहुंचे और विद्यार्थियों व उनके स्वजन से बातचीत कर हाल जाना। उन्होंने डॉक्टरों से कहा है कि वे बच्चों के इलाज में कोई कमी नहीं आने दें। इसके अलावा लालबाग थाना प्रभारी दिलीप देवड़ा सहित अन्य अधिकारियों ने भी स्थिति का जायजा लिया।
विद्यार्थियों का इलाज कर रहे जिला अस्पताल के आरएमओ डॉ. भूपेंद्र गौर ने फूड प्वाइजनिंग से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि यह वायरल फीवर की वजह से हो सकता है। सभी बच्चों की सीबीसी जांच के साथ ही कोविड की जांच भी कराई जा रही है। जांच रिपोर्ट आने के बाद स्थिति और स्पष्ट हो जाएगी। फिलहाल सभी बच्चे खतरे से बाहर बताए गए हैं। बीमार हुए विद्यार्थियों के अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन पर कुछ आरोप भी लगाए हैं। उनका कहना है कि विद्यार्थियों को ठंड में भी सुबह ठंडे पानी से नहलाया जाता है। उनके आवासीय परिसरों में भी कई तरह की कमियां हैं। भोजन की गुणवत्ता पर भी कुछ अभिभावकों ने सवाल उठाए हैं।
लालबाग थाना प्रभारी दिलीप देवड़ा ने बताया कि हमने अस्पताल में भर्ती बच्चों से बातचीत की है। पुलिस की एक टीम को नवोदय विद्यालय भी जांच के लिए भेजा है। यदि लापरवाही सामने आती है तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। मामले में जवाहर नवोदय विद्यालय के उप प्राचार्य जीएल गुप्ता का कहना है कि मौसम में बदलाव के कारण संभवत: बच्चे बीमार हुए हैं। खाने में कोई गड़बड़ी नहीं थी। स्कूल में पांच सौ बच्चे पढ़ते हैं। शेष बच्चों को कोई तकलीफ नहीं है।
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