Chhatarpur: मध्य प्रदेश के छतरपुर में कोतवाली थाने पर हुए पथराव की घटना के मुख्य आरोपी हाजी शहजाद अली ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर इस घटना को साजिश बताया है। उसने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है। आरोपी ने वीडियो में कहा कि किसी ने साजिश के तहत घटना को अंजाम दिया है। जब टीआई और पुलिस लोगों को रोक रहे थे, तो उनके बीच झड़प हो गई।
इस दौरान असामाजिक तत्वों ने पथराव किया। मैंने पुलिस के आदेश पर लोगों को रोका। मुझे भी पत्थर और चप्पलें लगीं। दोनों तरफ से पत्थर फेंके गए। पुलिस ने भी पथराव किया। स्थिति बिगड़ती देख मैं वहां से चला गया। मुख्यमंत्री तक सच्चाई नहीं पहुंची। मेरे बारे में पुलिस प्रशासन को गुमराह किया गया। कुछ असामाजिक तत्वों ने इस घटना को अंजाम दिया है। इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। मैं भी मुख्यमंत्री से इसकी जांच की मांग करता हूं।
ज्ञापन देने के दौरान थाने पर हुआ पथराव
गौरतलब है कि गत बुधवार को शहर सदर जावेद अली व पूर्व सदर शहजाद अली के साथ 100-150 लोग महाराष्ट्र के नासिक में महंत रामगिरी द्वारा पैगंबर साहब के खिलाफ दिए गए आपत्तिजनक बयान के विरोध में ज्ञापन देने के लिए कोतवाली थाने पहुंचे थे। इस दौरान पुलिस व प्रशासन की टीम ने वहां पहुंचकर समाज के लोगों से चर्चा की और ज्ञापन लिया। मौके पर प्रशासन व पुलिस अधिकारियों ने उन्हें समझाइश दी।
इसके बाद कुछ उपद्रवियों ने थाने पर पथराव कर दिया। इस घटना में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक व कोतवाली थाना प्रभारी अरविंद कुंजूर समेत 10 लोग घायल हो गए। उपद्रवियों ने सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। पुलिस ने उपद्रवियों को खदेड़ने व स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक बल प्रयोग किया। मामले की जांच के दौरान आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करने के लिए पुलिस टीमें गठित की गई थी।
घर के साथ कारों पर चला बुलडोजर
सीसीटीवी के जरिए इस घटना के मुख्य आरोपियों की पहचान की गई थी। मामले को सीएम मोहन यादव ने दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए सख्त कार्रवाई की बात कही थी। जिसके बाद हाजी शहजाद अली की आलीशान कोठी को बुलडोजर से गिरा दिया गया । इस दौरान जेसीबी की मदद से दीवार तोड़कर अंदर खड़ी एक फॉर्च्यूनर समेत तीन कारों को बाहर निकाला गया। कारों पर भी जेसीबी चलाई गई।
अन्य आरोपियों पर भी एक्शन की तैयारी
मुख्य आरोपी शहजाद अली अपने परिवार के साथ फरार हो गया था। बुलडोजर चलाने की कार्रवाई को लेकर संभागायुक्त डॉ. वीरेंद्र सिंह रावत ने बताया कि कोठी बिना अनुमति के 20 हजार वर्ग फीट में बनी थी। पुलिस और प्रशासन की टीम अब 45 अन्य आरोपियों के अवैध निर्माण पर भी बुलडोजर चलाने की तैयारी कर रही है। बताया जा रहा है कि इन आरोपियों की सूची तैयार कर ली गई है।
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जिला प्रशासन ने गुरुवार देर रात नगर पालिका में नामजद आरोपियों के मकानों की अनुमति की जांच की, जिसमें 45 लोगों के मकानों की अनुमति नहीं होना पाया गया। इससे पहले शुक्रवार को मस्जिदों के बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। इस मामले में पुलिस ने 46 नामजद और 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इनमें से 30 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
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