लखनऊः यूपी एसटीएफ को क्षेत्र पंचायत सदस्य से रंगदारी मांगने तथा कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर अलग-अलग पहचान पत्र बनाकर धोखाधड़ी करने वाले हिस्ट्रीशीटर को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई। गिरफ्तार अभियुक्त की पहचान बाराबंकी निवासी अरशद हुसैन के रूप में हुई है, जो वर्तमान में राजधानी के अलीगंज में रहता था।
उत्तर प्रदेश शासन द्वारा इस मामले की जांच एसटीएफ को सौंपी गई थी, जिसके क्रम में उक्त जांच में आरोपित व्यक्तियों के सम्बंध में जानकारी प्राप्त की गई तो ज्ञात हुआ कि अरशद हुसैन व शराफत हुसैन कूटरचित दस्तावेजों का प्रयोग कर क्रमशः विधानसभा क्षेत्र लखनऊ मध्य-174 भाग सं. 102 से ऋषि द्विवेदी पुत्र युगेंद्र द्विवेदी के नाम से एक वोटर कार्ड तथा विधानसभा क्षेत्र लखनऊ मध्य भाग सं. 169 से राजेश्वर सिंह पुत्र धीरेन्द्र सिंह के नाम से वोटर कार्ड बनवाया गया है। इसके साथ ही यह भी ज्ञात हुआ कि अरशद हुसैन वर्तमान में प्रधान पति है और इसका भाई शराफत हुसैन आपराधिक प्रवृति के हैं और क्षेत्र में इनकी काफी दहशत है।
ये दोनों स्वयं को माफिया जीवा का आदमी बताकर लोगों से रंगदारी की वसूली भी करते हैं। कुछ ही समय पहले अरशद हुसैन का वर्तमान क्षेत्र पंचायत सदस्य अली अहमद से झगड़ा हुआ था। झगड़े का कारण पता करने पर पाया गया कि दोनों भाई अली अहमद से भी रंगदारी मांग रहे थे, जिसे देने से उन्होंने मना कर दिया था। पिछले दिनों एसटीएफ की एक टीम को ज्ञात हुआ कि अरशद हुसैन माफिया जीवा के किसी आदमी से मिलने टेढ़ी पुलिया के पास सब्जी मंडी आने वाला है। इसी सूचना के आधार पर एसटीएफ टीम द्वारा उक्त स्थान से अरशद हुसैन को गिरफ्तार कर लिया गया।
कुर्सी थाने का हिस्ट्रीशीटर है अरशद
गिरफ्तार अभियुक्त अरशद कुर्सी थाने का हिस्ट्रीशीटर है। वर्तमान में उसकी पत्नी अनवारी ग्राम पंचायत की प्रधान है और भाई शराफत हुसैन माफिया जीवा से सम्पर्क रखता है। उसी के नाम पर अभियुक्त अरशद व उसका भाई शराफत हुसैन लोगों से रंगदारी मांगते हैं। पूछताछ में अरशद ने बताया कि उसने अनवारी क्षेत्र पंचायत सदस्य अली अहमद से भी उसके ग्राम अनवारी स्थित घर को न गिराने के लिए रंगदारी मांगी थी।
अली अहमद ने अरशद को पैसे देने से इनकार कर दिया था, जिस पर अरशद ने उसे जान से मारने की धमकी भी दी थी। लोगों से रंगदारी वसूल कर उसने अनवारी व उसके आस-पास काफी जमीनें खरीदी हैं। फर्जी निर्वाचन कार्ड के बारे में बताया कि कई थानों में अरशद व शराफत के विरुद्ध कई मुकदमे पंजीकृत हो जाने तथा थाना कुर्सी में हिस्ट्रीशीट खुलने के कारण अरशद कोई नया काम और पासपोर्ट आदि नहीं बनवा पा रहा था। जिसके कारण मुझे नई पहचान की आवश्यकता थी, इसी कारण मैने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नया वोटर कार्ड व आधार कार्ड बनवाया था।
रिपोर्ट-पवन सिंह चौहान
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