Home अन्य करियर स्टार्टअप कंपनियों में नौकरियों के जाने का सिलसिला शुरू, हजारों लोग हुए...

स्टार्टअप कंपनियों में नौकरियों के जाने का सिलसिला शुरू, हजारों लोग हुए बेरोजगार

नई दिल्ली: कोरोना महामारी के बाद सामान्य स्थिति लौटने पर दफ्तरों के पूरी तरह से खुल जाने से अब हजारों लोगों को नौकरी से हाथ धोना पड़ रहा है क्योंकि स्टार्ट अप इको सिस्टम में पर्याप्त ग्रोथ नहीं हो पा रहा है। इस साल फरवरी के बाद से ऐसी कई घटनाएं हुई हैं जब स्टार्टअप ने या तो खर्चे में कटौती की या बाजार की अनिश्चितताओं के बीच अपने व्यापार को पूरी तरह से बंद कर दिया।

सोशल कॉमर्स प्लेटफॉर्म मीशो ने लगभग 150 कर्मचारियों को निकाल दिया है और कई को निकालने की तैयारी में है। कंपनी अपने ऑनलाइन ग्रोसरी बिजनेस को ऐप के साथ जोड़ने की योजना बना रही है। कोरोना महामारी की पहली लहर में कंपनी ने 200 से अधिक कर्मचारियों की छुट्टी की थी।

पिछले हफ्ते, एडटेक प्लेटफॉर्म अनएकेडमी ने लगभग 600 कर्मचारियों, संविदा कर्मचारियों और शिक्षकों को हटा दिया जो कि पूरे समूह में इसके 6,000 कर्मचारियों का 10 प्रतिशत है। मार्च में, फर्नीचर स्टार्टअप फर्लेनको ने लगभग 180-200 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया और उसी महीने एक अन्य सोशल कॉमर्स प्लेटफॉर्म ट्रेल ने लगभग 300 कर्मचारियों को बाहर जाने को कहा।

एक अन्य घटनाक्रम में घरेलू एडटेक स्टार्टअप लीडो लर्निंग, जो उद्योगपति रोनी स्क्रूवाला से समर्थित है, ने फरवरी में अपना कामकाज बंद कर दिया, जिससे बाद कर्मचारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए मदद लेने के लिए मजबूर होते देखे गए।

एक सूत्र ने बताया था कि लीडो लर्निंग ने अब अपना कामकाज बंद कर दिया है और अपने कर्मचारियों को ईमेल नोटिस भेजा है। उसी महीने, एक और स्टार्टअप ओकेक्रेडिट ने भी लगभग 35-40 कर्मचारियों को जाने के लिए कह दिया। कोविड के बाद जैसे-जैसे स्थिति सामान्य हो रही है, ले-ऑफ सीजन में और बढ़ोतरी की संभावना है। देश पूरी तरह से खुदरा स्टोर और मॉल के लिए फिर से खुल गया है, जहां लोगों की आवाजाही बढ़ रही है, जिससे डिजिटल प्लेटफॉर्म कठिन दौर से गुजरने के लिए विवश हो रहे हैं।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर  पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें…)

Exit mobile version