कोलंबोः आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका में जश्न मनाने का मौका मिल गया है। लेकिकी उसकी क्रिकेट टीम ने इतिहास रच दिया है। दरअसल मंगलवार को खेले गए चौथे मुकाबले में श्रीलंका ने कंगारू टीम को चार रन से हरा दिया। इस जीत के साथ ही लंकाई टीम ने 30 साल में पहली बार श्रीलंका ने ऑस्ट्रेलिया को अपने घरेलू मैदान वनडे सीरीज में हराया है। पिछली बार उसे अगस्त 1992 में तीन वनडे मैचों की सीरीज में 2-1 से जीत मिली थी। इस जीत के साथ ही श्रीलंका सीरीज में 3-1 की अजेय बढ़त हासिल कर ली।
ये भी पढ़ें..FIH महिला हॉकी विश्व कप 2022 के लिए भारतीय टीम का ऐलान, सविता को मिली कमान
बता दें कि श्रीलंका ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की वनडे श्रृंखला के चौथे मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 49 ओवरों में सभी विकेट खोकर 258 रन बनाए। जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम 50 ओवरों में 254 रन ही बना सकी। इस जीत के साथ ही लंकाई टीम ने सीरीज में 3-1 की अजेय बढ़त हासिल कर ली। यह 30 साल में पहली बार है, जब श्रीलंका ने ऑस्ट्रेलिया को अपने घरेलू मैदान पर एकदिनी श्रृंखला में हराया है।
असलंका ने जड़ा करियर का पहला शतक
श्रीलंका की ओर से असलंका ने अपने करियर का पहला शतक लगाया। उन्होंने 106 की पारी में 10 चौके और एक छक्का लगाया। उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड मिला। उनके अलावा धनंजय डी सिल्वा ने 60 और वानिंदु हसरंगा ने 21 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया के लिए मिचेल मार्श, पैट कमिंस, मैथ्यू कूहनेमैन ने दो-दो विकेट लिए। ग्लेन मैक्सवेल को एक सफलता हासिल हुई। ऑस्ट्रेलिया को अंतिम ओवर में जीत के लिए 19 रन बनाने थे। कूहनेमैन ने तीन चौके लगाकर मुकाबले को रोमांचक तो बनाया लेकिन आखिरी गेंद पर पांच रन नहीं बना सके। अंतिम गेंद पर श्रीलंकाई कप्तान दसुन शनाका ने उन्हें आउट कर मैच अपने नाम कर लिया। ऑस्ट्रेलिया के लिए डेविड वॉर्नर ने 99 रन बनाए। 112 गेंद की पारी में वॉर्नर ने 12 चौके लगाए।
वहीं मैच के बाद शनाका ने कहा, ‘चमिका के 19वें ओवर के बाद हमने एक स्पिनर के गेंदबाजी करने के बारे में चर्चा की लेकिन खुद को चुनौती देना सही था। मैं स्कोर को लेकर काफी आश्वस्त था। बल्लेबाजी करते समय हम एक समय 34 रनों पर 3 विकेट गंवा दिए थे। लेकिन इसके बाद धनन्जय डिसिल्वा और चरिथ ने वास्तव में अच्छी साझेदारी की हालांकि दुर्भाग्य से हम अंत में बड़ा स्कोर नहीं कर पाए। लेकिन हम 258 रनों के कुल स्कोर से भी खुश थे।”
शनाका ने अंतिम ओवर फेंकने के अपने फैसले का किया बचाव
30 वर्षों में श्रीलंका की वनडे में पहली घरेलू श्रृंखला जीत के बारे में बोलते हुए, शनाका ने कहा कि इससे उन्हें और उनकी टीम को आत्मविश्वास मिला। शनाका ने कहा,”केवल मेरे लिए ही नहीं, मेरे साथियों के लिए, श्रीलंका क्रिकेट के लिए, पूरे देश के लिए, इस समय इसकी बहुत आवश्यकता है। मुझे लगता है कि इस श्रृंखला जीत का जश्न पूरे श्रीलंका में मनाया जाना चाहिए।” श्रीलंका के कप्तान दासुन शनाका ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अंतिम ओवर फेंकने के अपने फैसले का बचाव किया है। श्रीलंका को अंतिम ओवर में 19 रनों का बचाव करना था, अंतिम ओवर शनाका ने फेंका और 15 रन देकर श्रीलंकाई टीम को 4 रन से जीत दिलाई।
अंतिम ओवर में ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर, मैथ्यू कुहनेमैन ने श्रीलंकाई कप्तान शनाका की शुरुआती 5 गेंदों में 14 रन जोड़े। ऑस्ट्रेलिया को आखिरी गेंद पर जीत के लिए 5 रनों की जरूरत थी। हालांकि आखिरी गेंद पर कुहनेमैन ने हवा में गेंद मारी और चरिथ असलांका ने उनका कैच पकड़ लिया, इस तरह से श्रीलंका को चार रनों से जीत मिली।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)