दिल्ली दंगाः हेड कांस्टेबल की हत्या में शामिल 50 हजार की इनामी महिला गिरफ्तार, कई दिनों…

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नई दिल्ली: दिल्ली दंगे में हेड कांस्टेबल रतन लाल की हत्या में शामिल एक महिला आरोपित को उत्तर पूर्वी दिल्ली के स्पेशल स्टाफ की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपित को कोर्ट ने पांच सितम्बर 2020 को भगोड़ा घोषित किया था। दिल्ली पुलिस ने उस पर 50 हजार का इनाम घोषित किया था।

डीसीपी संजय कुमार सेन ने बताया कि वर्ष 2020 में उत्तर पूर्वी दिल्ली में दंगों के दौरान एचसी रतन लाल की हत्या के मामले में एक महिला आरोपित पिछले ढाई साल से अपनी गिरफ्तारी से बच रही थी। उस महिला आरोपित को आखिरकार 13 अक्टूबर को गिरफ्तार कर लिया गया। उसकी गिरफ्तारी पर दिल्ली के पुलिस आयुक्त ने 50 रुपये का नकद इनाम घोषित किया था।

लंबे समय से उत्तर पूर्वी जिले की ऑपरेशन विंग रतन लाल मर्डर केस में फरार आरोपितों के ठिकाने का पता लगाने के लिए कड़ी मेहनत कर रही थी, लेकिन उसे कोई खास सुराग नहीं मिल रहा था। इंस्पेक्टर अखिल चौधरी, एएसआई हरेंद्र सिंह, एएसआई राजीव त्यागी, एचसी सचिन देव, एचसी सरवन, एचसी नितिन, कॉन्स्टेबल दीपक और महिला कॉन्स्टेबल संतोष की एक समर्पित टीम को आईसी/स्पेशल स्टाफ एंड गाइडेंस ऑफ एसीपी/ऑपरेशंस को जल्द से जल्द गिरफ्तारी का काम सौंपा गया था।

तकनीकी निगरानी के दौरान यह पता चला कि आरोपित का मोबाइल नम्बर उपयोग में नहीं था, लेकिन सीडीआर के गहन विश्लेषण पर, उसके करीबी रिश्तेदार का एक मोबाइल नम्बर नोएडा स्थित एक विशेष कम्पनी के ग्राहक सेवा नम्बर पर अक्सर कॉल करता पाया गया। इनपुट के आधार पर मानव स्रोतों को तैनात किया गया था और चौबीसों घंटे, दोनों मोबाइल नम्बरों के स्थानों के आसपास के क्षेत्रों में कड़ी निगरानी रखी गई थी।

पुलिस टीम के समर्पित प्रयासों से सुराग मिले और कल यानी 13 अक्टूबर को नोएडा के सेक्टर-63 में कॉजेंट बिल्डिंग के क्षेत्र के पास एक जाल बिछाया गया। शाम लगभग 5.35 बजे भजनपुरा के सुभाष मोहल्ला निवासी 27 वर्षीय आरोपित महिला को पकड़ लिया गया। पूछताछ में उसने अपना अपराध कबूल कर लिया और खुलासा किया कि फरवरी 2020 में दंगों के दौरान वह सीएए / एनआरसी के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों में सक्रिय रूप से शामिल थी। पुलिस टीमों को चकमा देने के लिए किराये के अलग-अलग मकानों में रह रही थी।

इस दौरान उसने नोएडा की एक कम्पनी में कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव की नौकरी करने वाले शख्स से शादी कर ली। उसने आगे खुलासा किया कि उसने कभी भी अपने मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं किया और ऐप के माध्यम से केवल इंटरनेट कॉलिंग का उपयोग किया। वह अपने रिश्तेदारों और परिवार के सदस्यों से सम्पर्क करने के लिए कस्टमर केयर नम्बर का उपयोग कर रही थी।

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