लखनऊः उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना की ओर से पेश किये गए बजट (2023-24) पर प्रतिक्रिया देते हुए सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि बजट दिशाहीन है। इस बजट मेें नौजवानों से रोजगार देने का कोई वादा नहीं किया गया है। इससे पहले वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बुधवार को विधानसभा में बजट पेश किया, जिसके बाद नेता प्रतिपक्ष व समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपनी प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने कहा कि यह बजट दिशाहीन है। मुझे लगता है कि यह सरकार एक ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी नहीं बना पाएगी। अखिलेश ने कहा कि यहां ईज ऑफ डूइंग बिजनेस नहीं, सिर्फ ईज ऑफ डूइंग क्राइम है। इज ऑफ डूइंग मुकदमा है। राज्य में गीत गाने पर भी मुकदमा हो रहा है। इसमें जातीय जनगणना के लिए कोई बजट नहीं है। सपा अध्यक्ष ने बजट की आलोचना करते हुए कहा कि योगी सरकार के बजट में नौजवानों को रोजगार देने का वादा नहीं किया गया है। इस बजट से नौजवानों को कोई राहत नहीं मिलने वाली है। सरकार ने लघु व कुटीर उद्योगों की कमर तोड़ दी है और उनके लिए कोई ऐलान भी नहीं किया है।
ये भी पढ़ें..प्यार में आड़े आ रहा था 4 साल का बेटा, प्रेमी…
इसके साथ-साथ अखिलेश ने पिछले बजट को खर्च न कर पाने पर योगी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि विकास के लिए बजट से अधिक दूरदृष्टि और इच्छाशक्ति की आवश्यकता होती है, जिसका अभाव भाजपाई राजनीति में हमेशा से रहा है। इसके चलते ही यूपी के कई विभाग बीते साल के आवंटित बजट का आधा भी खर्च नहीं कर सकी है।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)