South Korea Martial Law: दक्षिण कोरिया में राष्ट्रपति यूं सुक-योल का विरोध बढ़ता जा रहा है। नागरिक और श्रमिक समूहों ने बुधवार को पूरे देश में कैंडल मार्च निकालकर विरोध जताया और विवादित मार्शल लॉ घोषणा के कारण यूं के इस्तीफे की मांग की।
South Korea Martial Law: राष्ट्रपति को पलटना पड़ा फैसला
बता दें कि राष्ट्रपति यूं सुक-योल ने मंगलवार रात को देश में मार्शल लॉ लागू करने की घोषणा की थी। हालांकि, बुधवार सुबह उन्हें अपना फैसला पलटना पड़ा। योनहाप समाचार एजेंसी के अनुसार, फेडरेशन ऑफ कोरियन ट्रेड यूनियन्स, पीपुल्स सॉलिडेरिटी फॉर पार्टिसिपेटरी डेमोक्रेसी और अन्य नागरिक समूहों ने सियोल शहर के ग्वांगह्वामुन स्क्वायर में एक विशाल कैंडल मार्च का आयोजन किया। विरोध प्रदर्शन में करीब 2,000 लोगों ने हिस्सा लिया।
South Korea Martial Law: प्रदर्शन में सैकड़ों लोग हुए शामिल
प्रदर्शनकारियों ने आपातकालीन मार्शल लॉ घोषित करने के लिए राष्ट्रपति यूं की आलोचना की और उनके तत्काल इस्तीफे की मांग की। दक्षिण-पश्चिमी शहर ग्वांगजू में, शाम 7 बजे (स्थानीय समय) शुरू हुए यूं विरोधी कैंडल मार्च में करीब 1,000 लोगों ने हिस्सा लिया। आयोजकों ने कहा कि इसी तरह की सभाएं सुनचोन, योसु और दक्षिण जिओला प्रांत के अन्य शहरों में भी आयोजित की जाएंगी।
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South Korea Martial Law: मार्शल लॉ हो रही निंदा
दक्षिण-पूर्वी शहरों डेगू और पोहांग में, नागरिक और श्रमिक कार्यकर्ताओं ने यूं के इस्तीफे की मांग के लिए सुबह समाचार सम्मेलन आयोजित किए। उन्होंने राष्ट्रपति के मार्शल लॉ की घोषणा की निंदा करते हुए इसे सेना और पुलिस से जुड़ा तख्तापलट बताया। बुसान में, नागरिक कार्यकर्ताओं ने बुधवार दोपहर से लेकर अगले सप्ताह की शुरुआत तक हर दिन यूं विरोधी रैलियां आयोजित करने की योजना बनाई है।
इस बीच, विपक्षी दलों ने बुधवार को यूं के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पेश किया। मुख्य विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी ने रीबिल्डिंग कोरिया पार्टी और रिफॉर्म पार्टी सहित पांच अन्य छोटे विपक्षी दलों के साथ मिलकर नेशनल असेंबली में बिल ऑफिस में दोपहर 2:43 बजे (स्थानीय समय) प्रस्ताव पेश किया।
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