ग्वालियरः चंद रुपयों के लिए एक कलयुगी पुत्र ने अपने ही पिता को मौत के घाट उतार दिया। हत्या के बाद वह लगातार खुद को बेकसूर कहता रहा। वारदात की गुत्थी सुलझाने को पुलिस दिन-रात छानबीन करती रही। बेटे से सख्ती से पूछने पर उसने अपना जुर्म कबूल किया।
घटना का राजफाश करते हुए पुलिस अधीक्षक एसपी राजेश सिंह चंदेल ने गुरुवार को जानकारी दी कि गत 5 मई की रात को आंतरी थाना क्षेत्र के ग्राम केरवाया में गजेंद्र सिंह 46 अपने घर के दरवाजे पर सो रहा था, उसी दौरान उसकी अज्ञात बदमाशों ने हत्या कर दी। हत्या की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन शुरू कर दी। पुलिस को गजेंद्र के बेटे राजू पर शक होने लगा। राजू को हिरासत में लेकर पुलिस ने सख्ती से पूछा तो उसने पुलिस को राॅड से हमला कर अपने पिता को मौत के घाट उतारने की बात स्वीकार कर लिया।
राजू ने बताया कि उसे रुपयों की जरूरत थी, जिसके लिए उसने पिता से रुपयों की मांग की थी। पिता गजेंद्र ने राजू को रुपये देने से इनकार कर दिया। जिसके बाद राजू ने अपने पिता की हत्या की योेजना बनाई। घटना के दिन वह घर के बाहर लेटा हुआ था और मौका पाते ही वजनदार राॅड से ताबड़तोड़ हमला कर अपने पिता की हत्या कर दी। इसके बाद उसने शव के ऊपर चादर ढक दिया और खुद बिस्तर पर जाकर लेट गया।
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बार-बार बयान बदल रहा था आरोपी –
घटना के बाबत अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयराज कुबेर ने जानकारी दी कि राजू पर तभी शक होने लगा था, जब वह बार-बार अपने बयान बदल रहा था। उसने अपने पिता की हत्या की बात स्वीकार कर पुलिस को भी हैरान कर दिया था। पुलिस ने उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। वहीं, आंतरी थाना प्रभारी दीपक भदौरिया ने जानकारी दी कि राजू नशा करता था और 7-8 हजार की नौकरी करता था। एक साल पहले उसकी शादी हुई थी। पैसों को लेकर ज्यादा परेशान होने पर वह अपनी मां के साथ भी मारपीट करता था।
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